पेट्रोल पंप से बॉटल में लिया डीजल और लगा ली आग
इंदौर की रहने वाली रक्षिता पाटीदार नाम की युवती पुणे में जॉब करती थी। उसका 20 अगस्त को जन्मदिन था और 19 अगस्त को रक्षाबंधन होने के कारण वो छुट्टियों पर घर आ रही थी। तभी मुंबई-आगरा हाईवे पर नौगांव के पास पश्चिम देवपुर थाना इलाके में हाइवे पर जब बस एक स्टॉपेज पर रुकी तो रक्षिता ने ड्राइवर से कहा कि वो यहां कंपनी के कुछ काम से नीचे उतर रही है। इसके बाद वो पेट्रोल पंप पर गई और बॉटल में डीजल लिया। रक्षिता ने डीजल खुद पर उड़ेला और फिर खुद को आग लगा ली। रक्षिता को आग की लपटों में घिरा देख तुरंत लोग मदद के लिए आए और आग बुझाई लेकिन तब तक वो 90 फीसदी जल चुकी थी। उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी। बस स्टैंड पर इंतजार करते रहे पिता
उधर रक्षिता ने सुसाइड कर लिया और इधर उसके पिता इंदौर बस स्टैंड पर उसका इंतजार कर रहे थे। जब बस इंदौर पहुंची तो बस से बेटी के न उतरने पर पिता ने ड्राइवर से पूछा तो उसने बताया कि रक्षिता धुले में कंपनी के किसी काम से बस से उतर गई थी। इसके बाद पुलिस ने रक्षिता के मोबाइल से उसके पिता को घटना के बारे में सूचना दी जिसके बाद पिता धुले रवाना हुए। रक्षिता ने सुसाइड क्यों किया फिलहाल इसका खुलासा नहीं हो पाया है।