21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रामपुरा कोठी हुई देवी अहिल्या बाई के नाम

जिला प्रशासन ने की ट्रस्ट को रजिस्ट्री, दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने पहुंची अध्यक्ष सुमित्रा महाजन

2 min read
Google source verification
रामपुरा कोठी हुई देवी अहिल्या बाई के नाम

रामपुरा कोठी हुई देवी अहिल्या बाई के नाम

इंदौर। ओल्ड आरटीओ का भवन रामपुरा कोठी अब देवी अहिल्या स्मारक के नाम हो गया है। कल आठ बार सांसद रही सुमित्रा महाजन अपने बेटे के साथ रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचीं जहां पर जिला प्रशासन ने ट्रस्ट के नाम पर रजिस्ट्री कर दी। अध्यक्ष के नाते महाजन ने हस्ताक्षर किए। अगले चरण में ट्रस्ट अब स्मारक की योजना तैयार करेगा।

लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर बनने वाले स्मारक का रास्ता अब बिलकुल साफ हो गया है। सबसे बड़ी आवश्यकता जगह की थी जो गुरुवार को पूरी हो गई है। कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी के प्रतिनिधि के तौर पर राऊ एसडीओ विजय मंडलोई ने इंदौर कस्बे के सर्वे नंबर 1005 की 1.215 हेक्टेयर जमीन की रजिस्ट्री देवी अहिल्याबाई होलकर स्मारक ट्रस्ट के नाम पर कर दी। ट्रस्ट की तरफ से अध्यक्ष व सांसद रही सुमित्रा महाजन पहुंचीं। उनके साथ में बेटे मिलिंद महाजन भी थे जो कि स्मारक ट्रस्ट के सदस्य भी हैं।

इसको लेकर प्रशासन ने रजिस्ट्री के लिए स्लॉट बुक कराया था। महाजन भी निधार्रित समय यानी 11 बजे प्रशासनिक संकुल के सेटेलाइट भवन पहुंच गई थी। रजिस्ट्री के साथ ही रामपुरा कोठी (पूर्व आरटीओ ऑफिस) के साथ उत्तर की ओर चंपाबावड़ी और दक्षिण की तरफ सड़क तक की जमीन अब स्मारक की हो गई है। वर्तमान में स्मारक की जमीन पर पुरानी गाडिय़ां खड़ी हैं जिन्हें आरटीओ ने जब्त किया था।

कार्यालय को शिफ्ट हुए लंबा समय हो गया, लेकिन अब तक ये गाडिय़ां नहीं हट पाईं। ट्रस्ट अब उन्हें हटाने को लेकर आरटीओ को लिखेगा जिसमें प्रशासन की भी मदद ली जाएगी। इसके अलावा जमीन के आसपास के अतिक्रमण को भी हटवाया जाएगा।

जनभागीदारी से होगा स्मारक तैयार
रामपुरा कोठी में अहिल्या स्मारक तैयार किया जाएगा। वर्तमान में कोठी की हालत बहुत खराब है। वैसे भवन मजबूत है, लेकिन दीवारों का प्लॉस्टर निकल रहा है। उसके रख रखाव पर करोड़ों रुपए खर्च होंगे। पूरे स्मारक को तैयार करने में प्रारंभिक तौर पर दस करोड़ रुपए की लागत सामने आ रही है। उसके अलावा लोकमाता अहिल्या के जीवन चरित्र को उजागर करने वाले म्यूरल्स भी बनवाए जाएंगे। उसका खर्च करोड़ों रुपए खर्च होंगे। इसको लेकर ट्रस्ट ने तय किया था कि सरकार के सहयोग के साथ जनसहयोग से स्मारक तैयार किया जाएगा।