
इंदौर. पढ़ाई का ज्यादा लोड लेने पर युवती का मानसिक संतुलन बिगड़ गया, तब से माता-पिता इलाज करा रहे थे। तीन माह पहले अचानक युवती घर से गायब हो गई जो आज तक नहीं मिली। परिवार सब जगह भटक लिया, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। आश्रमों में भी चक्कर लगाए पर उन्हें बाहर से भगा दिया गया।
ये पीड़ा लेकर गणेशधाम कॉलोनी में रहने वाले शिव कुमार सेन जिला प्रशासन की जनसुनवाई में पहुंचे थे। कहना था कि उनकी २३ साल की बेटी किरण मानसिक रूप से बीमार है जिसका बाणगंगा मानसिक चिकित्सालय में इलाज चल रहा है। २ जनवरी को दोपहर १२ बजे घर से कहीं चली गई थी जिसे खोजने का बहुत प्रयास किया गया किंतु आज तक पता नहीं चला।
इसको लेकर शिव कुमार अनाथालय व आश्रम में बेटी को खोजने के लिए पहुंचे। संस्था के व्यवहार को लेकर वे खासे पीडि़त नजर आए। कहना था कि बेटी को खोजने के दौरान संस्था के लोग ने कहा कि गुमशुदा बच्चों से मिलने नहीं दिया जाता। फोटो दिखाए जाने पर दूर से ही मना कर दिया जाता है कि आपकी बेटी हमारे यहां नहीं है। आश्रम में भी किसी से मिलने नहीं दिया जाता है। इस वजह से बीमार बेटी को खोज नहीं पा रहा रहे हैं।
इस मामले में प्रशासन उनकी मदद करे और आश्रम को निर्देश दे जिससे कि वे वहां बच्ची को देख सके। चर्चा के दौरान शिवकुमार का कहना है कि उनकी बेटी पढ़ाई में अच्छी थी। ११वीं क्लास तक अच्छे नंबरों से पास हुई। उसके बाद उसने पढ़ाई का ज्यादा लोड ले लिया था जिसकी वजह से उसकी तबियत खराब हो गई। शिकायत को पुलिस विभाग को सौंप दिया गया ताकि उन्हें बिटिया ढूंढऩे में मदद की जा सके।
तेजाजी नगर में बेहोश मिला युवक
सोमवार रात एक युवक को गम्भीर अवस्था में १०८ एम्बुलेंस एमवाय अस्पताल लेकर पहुंची। युवक का इलाज चल रहा है। नीतेश पिता श्याम निवासी बियाबानी बेहोशी की हालत में तेजाजी नगर वाइन शॉप के पास मिला था। वहां से गुजर रहे वाहन चालक ने १०८ एम्बुलेंस को जानकारी दी। बताया जा रहा है कि शराब पीने के बाद उसके साथ किसी ने मारपीट की है, उसके शरीर पर घाव के निशान भी हैं।
Published on:
01 May 2018 02:43 pm
बड़ी खबरें
View Allइंदौर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
