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होमवर्क नहीं अब करिए ‘प्रैक्टिस और सेल्फ वर्क

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक गाइड लाइन जारी कर स्कूलों से सिफारिश की है कि वे अब 'होमवर्क की जगह पर 'प्रैक्टिस वर्क व 'सेल्फ वर्क शब्द का प्रयोग करें।

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Gitesh Dwivedi

Jul 13, 2016

school girls

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इंदौर. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक गाइड लाइन जारी कर स्कूलों से सिफारिश की है कि वे अब 'होमवर्क की जगह पर 'प्रैक्टिस वर्क व 'सेल्फ वर्क शब्द का प्रयोग करें। लेकिन, हमारी शिक्षा प्रणाली के शब्दकोश से होमवर्क जैसे शब्द को नाममात्र मिटाने का प्रयास नहीं होना चाहिए, बल्कि मूल रूप से इसमें बदलाव की जरूरत है।

बोर्ड उच्च प्राथमिक छात्रों खासकर कक्षा 6 से 8 तक के वर्गों में पहेली सुलझाने, पत्र लेखन, घरेलू सूचियों को तैयार करने, खाना पकाने, समाचार पत्र पढऩे, डॉक्यूमेंट्री देखने और नेचुरल इतिहास से जुड़े कार्यक्रम को प्रैक्टिस वर्क के अंतर्गत लाना चाहती है। हाल ही में प्रकाशित एक गाइड लाइन में बोर्ड ने स्कूली शिक्षकों और प्रिंसीपल को छात्रों के बीच इस तरह की गतिविधि कराने का आग्रह किया है। यह गाइड लाइन बोर्ड की साइट पर भी पोस्ट की गई है। इसमें छात्रों के बीच प्रैक्टिस वर्क को दिलचस्प बनाने से संबंधित विभिन्न गतिविधियों को बताया गया है।

उदाहरण के तौर पर बोर्ड ने सलाह दी है कि बच्चों में गणित के प्रति रुचि लाने के लिए उन्हें अपने पिता के पारिवारिक बजट में हिस्सा लेने को कहा जाय। बोर्ड ने 318 पेजों की गाइड लाइन में कहा है कि शिक्षकों को स्कूली काम समाप्त होने के बाद छात्रों को समाचार पत्र पढऩे और न्यूज चैनल देखने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इसी प्रकार सामाजिक विज्ञान के छात्र विवादास्पद कानून का अध्ययन और इसके समाधान पर चर्चा कर सकते हैं। इस गाइड लाइन पर शिक्षकों, छात्रों और माता-पिता ने मिलीजुली प्रतिक्रिया जाहिर की है।

स्टूडेंट्स सीबीएसई की किताब भी पढ़ सकेंगे ऑनलाइन
इसी के साथ सीबीएसई ने किताबों को लेकर भी बड़ा बदलाव किया है। अब सीबीएसई की किताबों की कमी होने पर छात्र परेशान नहीं होंगे। डिजिटल योजना के तहत विभिन्न विषयों की पुस्तकें ऑनलाइन कर दी गई है। छात्र सीबीएसई की वेबसाइट से बुक डाउनलोड कर सकते हैं और उसका प्रिंट भी ले सकते हैं। सभी स्कूलों को ई किताब की एक प्रति स्कूल की लाइब्रेरी में भी रखना होगी।
यह पुस्तकें हैं उपलब्ध : मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी के तहत ट्रायल शुरू किया है। सीबीएसई की ऑनलाइन पुस्तकों में क्लास छठीं से आठवीं के लिए ऑल्टेनेटिव टू होमवर्क, 12वीं के लिए बायोटेक्नोलॉजी, परफॉरमेंस एनालिसिस ऑफ द क्लास-12, 11वीं व 12वीं के लिए सामान्य ज्ञान की पुस्तकें शामिल हैं।

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