
Hostels do not security arrangements
लखन शर्मा, इंदौर।
थाना तेजाजी नगर के अंतर्गत आने वाले मोरोद गांव स्थित सरकारी होस्टल में कल दूषित खाना खाने से यहां के छात्र छात्राएं बीमार हो गए। इनमें से पांच छात्राओं को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले में जानकारी मिलने के बाद पुलिस भी छात्रावास पहुंची और अब इसकी जांच की जा रही है।
दरअसल मोरोद में अनुसूचित जाती और अनुसूचित जनजाती के छात्र छात्राओं का एकलव्य शासकीय स्कूल और होस्टल है। यहां स्कूल पढऩे के बाद छात्र छात्राएं कल होस्टल में खाना खाने के बाद उल्टियां करने लगे। कई बच्चों को यहां दस्त भी लग गए। इसके बाद घबराए होस्टल प्रबंधन ने इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों और तेजाजी नगर पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने इन्हे एमवाय रैफर करवाया। कई छात्र छात्राओं को तो होस्टल में ही दवाई देने से आराम लग गया, लेकिन इनमें से पांच को एमवाय अस्पताल लाया गया जहां फिलहाल इनका इलाज चल रहा है।
- इन बच्चों को लाया एमवाय
होस्टल की वार्डन खुशबु ने बताया की बच्चों को खाना खाने के बाद उल्टियां और दस्त की समस्या देखने को मिली। जिसके बाद हमने उनका इलाज शुरू किया। इनमें से पांच बच्चे पूजा पिता रामनाथ, शांति पिता हरिओम, ज्योति पिता सियाराम, कृष्णा पिता अनंतसिंह, कंचन पिता विष्णु को एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया है। इन बच्चों को कल दोपहर करीब १ बजे एमवाय अस्पताल लाया गया था।इन सभी बच्चों का फिलहाल एमवाय में इलाज चल रहा है, वहीं जिन बच्चों को होस्टल में रखा गया है उन्हे भी दवाईयां दी जा रही है।
- होस्टलो की नहीं होती जांच
गौरतलब है की इन दिनों छात्रावासों में दूषित खाना खाने के अधिकांश मामले सामने आ रहे हैं। कुछ दिनों पहले भी अलग अलग होस्टलों से एसे मामले सामने आ चुके हैं। वहीं एक एनजीओ के होस्टल में रहने वाली एक छात्रा की मौत तक हो चुकी है। इसके बावजूद अलग अलग विभागों के जिम्मेदार बच्चे जो खाना खाते हैं उनकी क्वालिटी और खाने की शुद्धता को चेक नहीं करते। अधिकांश सरकारी होस्टलों में स्टॉफ के लिए अलग भोजन बनता है और छात्र छात्राओं के लिए अलग।
Published on:
02 Sept 2018 11:48 am
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