
इंदौर. शहर की जनता ने दीपावली पर अतिरिक्त ५५ मेगावाट खर्च कर अपने घरों और शहरों को रोशन किया। जबकि कंपनी के १५ जिला मुख्यालयों पर अरिक्ति कुल ५५० मेगावाट बिजली खर्च हुई। वहीं कई तरह के दावें भी फैल साबित हुए। दीपावली के दिन ही ४२९ शिकायतें बिजली गुल होने की दर्ज हुई।
दीपावली पर मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी क्षेत्र में प्रतिदिन से ज्यादा बिजली खर्च हुई। क्षेत्र के सभी जिला मुख्यालयों पर अतिरिक्त खपत ५५० मेगावाट दर्ज हुई।
दीपावली पर कंपनी क्षेत्र के ६०० इंजीनियरों सहित करीब १२०० कर्मचारियों को अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई थी। शहर के तीनों दिन सामान्य की तुलना में इंदौर जिले में लगभग ५५ मेगावाट बिजली की अधिक खपत हुई। प्रतिदिन की खपत ३०५ मेगावाट रहती है जो दीपावली पर अधिक होती है। वहीं अन्य शहरों में सामान्य खपत ४४ मेगावाट की तुलना में ५६ मेगावाट बिजली रही। उज्जैन में ४४ , खंडवा में १७, बुरहानपुर में ३०, खरहोन में १०, नीमच में १३, धार में ९, झाबुआ में ४, बड़वानी में ५, मंदसौर में १३, देवास में २७, मालवा में ४, अलीराजपुर में ३ मेगावाट बिजली का कुल उपयोग हुआ।
दीपोत्सव में छाया अंधेरा
कंपनी ने दीपावली पूर्व ही मेंटेनेंस किया था । हर साल दीपावली पर बिजली की खपत बढ़ती है इसके बावजूद २८ झोन पर कुल ४२९ शिकायतें प्राप्त हुई। उल्लास के उजियारे के दिन ही कई घरों में घंटो अंधेरा रहा। शिकायतों का निराकरण करने में समय लगा। अधिकतर टीम दिन में वसूली में लगी थी जबकि दो टिम ही प्रत्येक जोन पर रात में मौजूद थी। दीपोत्सव के दिन ही उपभोक्ताओं को परेशानी उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। काल सेंटर पर लगातार बिजी टोन आने से शिकायतें दर्ज करने में ही काफी समय लगा। पश्चिम शहर संभाग में १०८ शिकायतें प्राप्त हुई वहीं सबसे कम दक्षिण शहर संभाग में ३९ रही। खजराना में ३९ , संगम नगर में ३५, राजेंद्र नगर में २५, इलेक्ट्रानिक काम्पलेक्स में २५, मालवा मिल झोन पर २५ शिकायतें दर्ज हुई।
Published on:
21 Oct 2017 06:43 pm
बड़ी खबरें
View Allइंदौर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
