
इंदौर शहर में अब...छह तहसील जल्द
इंदौर। आमजन की सुविधा के लिए सरकार ने इंदौर जिले में पांच नई तहसील बनाने की घोषणा की थी, इसको लेकर जिला प्रशासन ने पुरानी सहित छह तहसीलों का जोड़-घटाव करके खाका तैयार कर लिया है। जल्द ही इसे शासन को भेजा जाएगा, ताकि राजपत्र में प्रकाशन हो और अमल में आ जाए।
सरकार के रिकॉर्ड के अनुसार इंदौर जिले में इंदौर, महू, सांवेर, देपालपुर और हातोद तहसील थीं। मार्च में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इंदौर में पांच नई तहसील बनाने की घोषणा कर कैबिनेट से मंजूरी दे दी। सरकार के निर्देश मिलने के बाद इंदौर जिला प्रशासन की टीम अपर कलेक्टर कैलाश वानखेड़े व भूअभिलेख विभाग प्रभारी एसडीएम राकेश शर्मा के नेतृत्व में खाका तैयार करने में जुट गई थी।
तीन माह में खाका तैयार हुआ, जो कलेक्टर निशांत वरवड़े की सहमति के बाद सरकार को भेजा जाएगा। नए हिसाब से जूनी इंदौर (कस्बा) को पुरानी तहसील के रूप में रखा गया है, कनाडिय़ा, बिचौली हप्सी, मल्हारगंज, खुडै़ल और राऊ तहसील बनाई गई है। खुड़ैल को छोड़कर सभी में सात पंचायतें हैं, पर सबसे ज्यादा ५० गांव हैं।
इसके अलावा मल्हारगंज में सांवेर व हातोद के एक-एक पटवारी हलके को जोड़ा गया है। राऊ में महू व देपालपुर के कुछ हिस्से को लिया गया। देखा जाए तो छह तहसीलों में संतुलन बनाने का प्रयास किया है, ताकि काम का सही विभाजन हो सके।
फिर इधर-उधर होंगे दस्तावेज
नई छह तहसील होने के बाद फिर नया बखेड़ा होगा। नए सिरे से गांवों के नक्शे और रिकॉर्ड को इधर-उधर करना पड़ेगा, दस्तावेजों का बंटवारा भी करना होगा। इस काम में कर्मचारियों को काफी मशक्कत करना पड़ती है।
छह साल में तीसरी बार तहसील गठन
छह साल पहले तत्कालीन कलेक्टर आकाश त्रिपाठी ने जब देखा कि इंदौर तहसील बहुत बड़ी है तो उन्होंने उसके पांच हिस्से कर दिए थे। इसआधार पर दस्तावेजों का बंटवारा कर कामकाज भी शुरू कर दिया था। इसका प्रस्ताव भी शासन को भेजा, लेकिन वह धरा रह गया। बाद में जब पी. नरहरि आए तो उन्होंने पांच तहसील को आठ कर दिया। इसके साथ नजूल और रजिस्ट्रार पब्लिक ट्रस्ट को सभी एसडीएम को उनके क्षेत्र के हिसाब से बांट दिया।
सब जगह मिलेगा पूरा स्टाफ
इंदौर में छह तहसील कार्यालय हो जाएंगे। प्रत्येक में एसडीओ के अलावा तहसीलदार, अतिरिक्त तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सहायक ग्रेड-1, जमादार, दफ्तरी, बस्तावरदार और वाहन चालक के एक-एक पद, सहायक ग्रेड-2 के दो पद व सहायक ग्रेड-3 और भृत्य के चार-चार पद कुल 16 पद मिलेंगे। इसके अलावा बिल्डिंग भी अलग से देने की चर्चाएं हैं।
Published on:
29 Jun 2018 10:53 am
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