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Indore News : शहर के 85 वार्डों की डिजिटल मैपिंग में जुटा नगर निगम

नगर निगम सीमा में शामिल हुए 29 गांवों के 10 वार्डों से होगी शुरुआत और वार्ड में कामों के आधार पर तैयार किया जाएगा डाटा

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Indore News : शहर के 85 वार्डों की डिजिटल मैपिंग में जुटा नगर निगम

Indore News : शहर के 85 वार्डों की डिजिटल मैपिंग में जुटा नगर निगम

इंदौर. शहर के 85 वार्डों की डिजिटल मैपिंग नगर निगम कर रहा है। इसके लिए काम शुरू हो गया है। वार्ड में कामों के आधार पर यह मैपिंग की जाएगी। इसकी शुरुआत निगम सीमा में शामिल हुए 29 गांव के 10 वार्डों से होगी, क्योंकि इन वार्डों में विकास कार्य की दरकार लंबे समय से है। डिजिटल मैपिंग के लिए वार्ड में कामों के आधार पर डाटा तैयार किया जाएगा। इसके लिए पहले सर्वे होगा।

निगम के पास अभी शहर में वाटर सप्लाय के लिए डली पानी की पाइप लाइन का कोई ब्लू प्रिंट नहीं है। ड्रेनेज पाइप लाइन की भी यही हालत है। ऐसे में जब पानी और ड्रेनेज की पाइप लाइन लिकेज होती या फिर फूटती है तो सुधार कार्य करने को लेकर जगह-जगह गड्ढे खोदना पड़ते हैं। इस कारण सडक़ खुदती है और आमजन को काफी परेशानी झेलना पड़ती है। डिजिटल मैपिंग की शुरुआत निगम सीमा में शामिल हुए 29 गांव के 10 वार्डों से होगी। देखा जाएगा कि वार्ड में कहां-कहां ड्रेनेज की पाइप लाइन डली हैं। स्टॉर्म वाटर लाइन कहां है। पानी की पाइप लाइन कहां बिछाई गई है। साथ ही कनेक्टेड वार्ड से लाइन मौजूद है या नहीं। इसके आधार पर आवश्यकतानुसार रोड का निर्माण वार्ड में किया जाएगा।

गौरतलब है कि 85 वार्डों का डिजिटल मैप बनाने से पहले पिछले दिनों एक बैठक महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने रखी थी। इसमें प्रेजेंटेशन के माध्यम से एक वार्ड 82 का मास्टर प्लान मॉडल के रूप में बताया गया था कि किस प्रकार से प्रत्येक वार्ड का मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। इसके बाद कार्य सुविधा की दृष्टि से क्या काम वार्ड में शेष हैं, क्या कार्य किए गए हैं। इसके आधार पर डिजिटल मैपिंग होगी ताकि कार्य करने में निगम को सुविधा हो।

सर्वे कर तैयार किया जाएगा डाटा

निगम बेहतर विकास के लिए शहर के समस्त 85 वार्डों के मास्टर प्लान तैयार करने के दौरान वर्तमान में वार्ड का क्षेत्रफल, जनसंख्या के साथ ही वार्ड में स्थित रोड, ड्रेनेज पाइप लाइन, पेयजल लाइन, स्टॉर्म वाटर लाइन, उद्यान, शासकीय भूमि, ग्रीन बेल्ट, स्कूल, कॉलेज, व्यवसायिक संस्थाएं, फुटपाथ आदि की स्थिति क्या है। किस मोड पर कार्य किया गया है। रोड नेटवर्क कनेक्टीविटी, ड्रेनेज कनेक्टीविटी, मेजर रोड, सर्विस रोड की स्थिति, पार्किंग व्यवस्था, लोक परिवहन कनेक्टीविटी आदि का डाटा तैयार किया जाएगा। इसके लिए निगम सर्वे कराकर यह डॉटा तैयार करेगा। मास्टर प्लान बनाने के साथ डिजिटल मैपिंग होने से वार्ड में किए जाने वाले विकास कार्य करने में निगम को सहयोग मिलेगा। साथ ही योजना से वार्ड का विकास हो सकेगा।

वार्ड 82 का बनाकर देखा ट्रायल मॉडल

शहर के 85 वार्डों का अलग-अलग प्रकार से मास्टर प्लान निगम बना रहा है। कार्य सुविधा और जरूरी कार्यों की दृष्टि से चाहे निगम व पार्षदों को निर्णय लेना हो या फिर जनता को पता हो कि हमारे वार्ड में क्या काम बचे हैं। इसके लिए निगम ने वार्ड 82 में मास्टर प्लान के साथ डिजिटल मैपिंग का एक ट्रायल मॉडल बनाकर देखा है। इसी लाइन पर निगम आगे बढ़ेगा।