मंच की ऊंचाई को लेकर एसपीजी अफसर व मप्र कांग्रेस प्रभारी संजय कपूर के बीच चर्चा हुई। संजय कपूर ने मंच की ऊंचाई पांच फिट ही रखने की बात कही। जिस पर एसपीजी अफसरों ने अपने उच्चाधिकारियों से मोबाइल पर चर्चा की। जिसके बाद मंच की ऊंचाई छह फिट तय की गई। उधर, सभा स्थल पर तैयारियां धीमी गति से होने पर भी एसपीजी ने नाराजगी जाहिर की। हालांकि कांग्रेस नेता कहते रहे कि समय पर काम हो जाएगा। उधर, सुरक्षा व्यवस्था के लिए जिले के बाहर से भी आला पुलिस अफसर मौजूद रहे। साथ ही भारी पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर रविवार को यहां पहुंच गया। उधर, आला पुलिस अफसरों ने भी कांग्रेस नेताओं से पूछा, कब तक मंच व सभा स्थल तैयार होगा। हमें पूरे कार्यक्रम की रिहर्सल करना है। विधायक जीतू पटवारी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता रविवार को सभा स्थल पर मौजूद रहे।
पुलिस अफसर ने पूछा, फूल माला से तो स्वागत नहीं किया जाएगा उधर, आला पुलिस अफसरों ने व्यवस्थाओं के मद्देनजर पूर्व विधायक अंतरसिंह दरबार से चर्चा की। उन्होंने पूछा कि सभा स्थल पर कितनी कुर्सियां रहेंगी। तो दरबार ने कहा १५ हजार। साथ ही पूछा कि फूल माला से स्वागत का तो कोई कार्यक्रम नहीं है तो दरबार बोले सूत माला से स्वागत होगा। मंच के पहले ४० कार्यकर्ता लाइनअप होकर स्वागत करेंगे। मंच पर कौन रहेगा और वीआइपी के कोई आईडी उन्हें जारी किए, जिसका एक नमूना पुलिस को भी दिया जाए। तो बताया कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी शाम तक पूरा प्लान बनाकर पुलिस को दे देगी।
ये भी रहेंगे मंच पर मौजूद
कांग्रेस जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव ने बताया, मंच पर अतिथि के रूप में कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजयसिंह, अजयसिंह, अरुण यादव, जीतू पटवारी, यूथ कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव यादव, संजय कपूर, दीपक बावरिया आदि मौजूद रहेंगे।
फोटो-२९०२: मंच की ऊंचाईको लेकर चर्चा करते एसपीजी अफसर व मप्र कांग्रेस प्रभारी।
फोटो-२९०३: सभा स्थल पर मौजूद भारी पुलिस बल।
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सरकारी अस्पताल में घोर लापरवाही न डॉक्टर न कर्मचारी
तड़पते रहे दुर्घटना में घायल युवक
देपालपुर. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत बद से बदतर होती जा रही है। स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह भगवान भरोसे चल रहा है। इसका ताजा उदाहरण रविवार को देखने को मिला। जब बेटमा रोड पर गिरोडा पुलिया के पास चार पहिया वाहन पुलिया की रैलिंग से टकरा गया, जिसमें दो लोग घायल हो गए। एक्सीडेंट के दौरान लाए गए घायल वासुदेव व विष्णु बाबा निवासी जलोदिया पंथ इलाज लिए तड़पता रहा, लेकिन ड्यूटी डॉक्टर के नदारद होने से गंभीर घायल को नाजुक हालत में रैफर कर दिया गया। यहांंंं की लचर व्यवस्था का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मौके पर उपस्थित स्वास्थ्य कर्मचारी और नर्स तक ने तड़पते युवक को हाथ लगाना उचित नहीं समझा। युवक तड़पता रहा और नर्स अपने अधिकारियों और डॉक्टरों से फोन पर बातें करती रही।फोन पर ही घायल युवक की जानकारियां देती रही, लेकिन जिंदगी के लिए उपचार मांगते युवक को उपचार देना किसी ने उचित नहीं समझा। भीड़ बढऩे और मीडियाकर्मियों के पहुंचने पर युवक को 108 एम्बुलेंस से एक को इंदौर रैफर कर दिया। वहीं दूसरे घायल को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। यह पहला मामला नहीं है । इससे पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आए हैं जिसमें सरकारी अस्पताल में मौके पर ड्यूटी डॉक्टर नहीं होने से कई लोगों की जान भी जा चुकी है। लेकिन फिर भी अस्पताल के जिम्मेदार इन लापरवाहीयो से सबक नहीं लेते।