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लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इंदौर पुलिस कमिश्नर से कहा, ड्रग्स-बार संस्कृति शहर की छवि को बिगाड़ रहीं

नशाखोरी को लेकर समाजसेवी, कांग्रेस नेत्रियों के साथ पहुंचीं, कहा- योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की जाए।

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लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इंदौर पुलिस कमिश्नर से कहा, ड्रग्स-बार संस्कृति शहर की छवि को बिगाड़ रहीं, लगाएं अंकुश

लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इंदौर पुलिस कमिश्नर से कहा, ड्रग्स-बार संस्कृति शहर की छवि को बिगाड़ रहीं, लगाएं अंकुश

इंदौर. बढ़ रही नशा खोरी, ड्रग्स का उपयोग, पब संस्कृति शहर के लिए नासुर बन गई है। स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी रात में घूमकर नशा करते हैं। इन सभी पर योजनाबद्ध तरीके से काम कर अंकुश लगाने की जरूरत है। विद्यार्थियों के बेवजह सड़क पर घूमने, नशा करने के मामले में स्कूल-कॉलेज व हॉस्टल संचालकों की जवाबदारी भी तय करना आवश्यक है। बढ़ती नशाखोरी से खराब हो रही शहर की छवि को लेकर लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, समाजसेवी जनक पलटा, कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा, अर्चना जायसवाल ने पुलिस कमिश्नर व अन्य अफसरों से मिलकर अपनी चिंता जताई। महाजन ने चर्चा करते हुए अफसरों को बताया, उनके घर के सामने देर रात वाहन में लोग आते हैं, युवतियां घूमती हैं। शहर के लिए यह ठीक नहीं है। सभी ने अफसरों से कहा, रात में नशा कर युवक-युवतियां घूमते हैं, आपस में विवाद करते हैं। कॉलेज के विद्यार्थी नजर आ जाते हैं। परिजन उन्हें पढ़ने भेजते हैं और वे यहां हॉस्टल अथवा पेइंग गेस्ट में रहते हुए नशा खोरी में शामिल हो जाते हैं। बार संस्कृति शहर को बिगाड़ रही है। ड्रग्स व बार संस्कृति पर लगाम की जरूरत है। अफसरों से मांग की गई कि स्कूल-कॉलेज, हॉस्टल वालोंं की जिम्मेदारी तय की जाए। हॉस्टल, पेइंग गेस्ट में रहने वाले सभी बच्चों का रिकॉर्ड संबंधित थाने में होना चाहिए। बीआरटीएस को रात के वक्त खोलने की भी समीक्षा होनी चाहिए।

ड्रग्स बेचने वालों पर करेंगे सख्ती
पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र के मुताबिक, चर्चा नशा खोरी और हॉस्टल के बच्चों को समझाइश देने को लेकर हुई। पुलिस योजनाबद्ध तरीके से काम करेगी। हाल ही में बड़ी संख्या में नशा बेचने वाले पकड़े गए हैं। नशे की डिमांड खत्म करने की योजना पर भी काम होगा। नशा करने वाले लोगों की काउंसलिंग की जाएगी, जिन्हें इलाज की जरूरत है, उन्हें नशा मुक्ति केंद्र भेजा जाएगा। सरकारी नशा मुक्ति केंद्र की मांग भी रखी जा रही है। पब-बारों को तय समय पर बंद कराया जाएगा। अवैध शराब बेचने वाले जेल भेजे जाएंगे। रात के समय पुलिस सख्ती करेगी। बच्चों से रात में घूमने पर सवाल पूछे जाएंगे। जरूरत पड़ी तो उनके पालकों को फोन कर उनके बारे में बताया जाएगा, ताकि अभिभावकों को भी उनकी हरकत पता चले। स्कूल-कॉलेज व हॉस्टल प्रबंधन की भी बैठक लेकर उन्हें बच्चों पर ध्यान देने के लिए ताकीद किया जाएगा।