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स्वास्थ्य मंत्री बोले- मिलावटखोरों की जानकारी दो और इनाम में ले जाओ 11 हजार रुपए

-प्रदेश का पहला सिविल अस्पताल जहां इंटीग्रेटेड पीडियाट्रिक यूनिट शुरू की जा रही-मंत्री ने दी मिलावटखोरों को चेतावनी, मप्र छोडक़र चले जाएं, कमलनाथ सरकार किसी को नहीं छोड़ेगी

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इंदौर

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Reena Sharma

Aug 02, 2019

indore

स्वास्थ्य मंत्री बोले- मिलावटखोरों की जानकारी दो और इनाम में ले जाओ 11 हजार रुपए

इंदौर. शुक्रवार को शासकीय पीसी सेठी अस्पताल में नवनिर्मित इंटीग्रेटेड पीडियाट्रिक यूनिट (आईपीयू) का उद्घाटन स्वास्थ्यमंत्री तुलसी सिलावट ने किया। इसमें सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू), पीडियाट्रिक आईसीयू यूनिट (पीआईसीयू), हाईडेंसिटी क्लिनिक शुरू किए जाएंगे।

हालांकि इसे पूरी तरह शुरू होने में भी अभी कुछ दिन लगेंगे। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट जब अस्पताल पहुंचे तो वहां बेड पर पुरानी चादर ही बिछी मिली। तकिए पर दाग देखकर नाराज हुए और अधिकारियों से जवाब तलब किया कि पुराना चादर क्यों बिछाया है। दाग क्यों लगा है? इस पर अस्पताल प्रभारी डॉ. माधव हसानी बोले - इसके लिए खरीदी के आदेश दे दिए गए हैं। मंत्री सिलावट ने मीडिया से चर्चा में कहा मिलावटखोरों की जानकारी देने वालों के लिए हमने 11 हजार रुपए का इनाम भी रखा है।

वे बोले पीसी सेठी अस्पताल प्रदेश का पहला सिविल अस्पताल है जहां आईपीयू स्थापित की गई है। इसमें 10 बेड अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों और 10 बेड अन्य अस्पतालों में जन्म लेने वाले बच्चों के लिए आरक्षित रहेंगे। इसके लिए एक करोड़ के उपकरण खरीदे गए हैं। 30 लाख की लागत से फर्नीचर बनाया गया है। पीआईसीयू का मुआयना करने जब सिलावट पहुंचे तो वहां भी पुरानी चादरें ही मिलीं। इस पर एक बार फिर उन्होंने आपत्ति ली। जिला अस्पताल की बात करें तो सबसे पहला आईपीयू रतलाम जिला अस्पताल में शुरू किया गया है। प्रदेश में कुल 14 अस्पतालों को आईपीयू को मंजूरी मिली है।

सिलावट बोले- मध्यप्रदेश में घोला जहर

प्रदेश में नकली घी नकली मावा और सिंथेटिक दूध को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट पर है। पहली बार हम रासूका लगाने की कार्रवाई कर रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। खाद्य विभाग सिंथेटिक दूध विक्रेताओं पर लगातार कार्रवाई कर रहा है। कई मिलावटखोरों को पकड़ा गया है।मिलावटखोर मावा बेचने के नाम पर आम जनता की जान से खिलवाड़ कर रहे थे। इनका महीने का टर्न ओवर करोड़ों में जा रहा है। दूध व दुग्ध उत्पादों के माध्यम से प्रदेश की जनता की रगों में जहर घोला जा रहा है। लोगों को बीमारियां बांट रहे हैं। ऐसे लोगों की सही जगह सलाखों के पीछे जाएंगे।

सिलावट ने मिलावटखोरों को चेतावनी दी कि वे मध्यप्रदेश छोडक़र चलें जाएं, क्योंकि कमलनाथ सराकर किसी को नहीं छोड़ेगी। जो अधिकारी सांठ-गांठ करते पाए जाएंगे उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी। मिलावटखोरों की जानकारी देने वाले को 11 हजार रुपए का इनाम भी देंगे। डॉक्टरों की भर्ती पर वे बोले हम हर जिले में डॉक्टर पदस्थ करने वाले है। कई लोगों ने कहा था डॉक्टरों की पूर्ति कैसे होगी लेकिन कमलनाथ सरकार में हमने ये कर दिखाया। स्वास्थ्य विभाग की सबसे बड़ी चुनौती डॉक्टरों की कमी को पूरा करना है।