
जिन्हें दाखिला नहीं मिला वे भरें प्राइवेट फॉर्म, अगले साल हो सकेंगे रेगुलर
इंदौर. प्रदेश के कॉलेजों में संचालित नियमित कोर्स में इस सत्र में अब दाखिले नहीं होंगे। ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने काउंसलिंग के जरिए एडमिशन नहीं लिया है, वे प्राइवेट फॉर्म भरकर परीक्षा दे सकते हैं। इन्हें अगले साल से सरकारी और निजी कॉलेजों में अगली कक्षा में नियमित दाखिला मिलेगा।
उच्च शिक्षा विभाग ने दाखिले से वंचित हजारों छात्र-छात्राओं के लिए बुधवार को ये आदेश जारी किए हैं। मालूम हो, सत्र 2022-23 में दाखिले के लिए काउंसलिंग 17 मई से लेकर 31 अगस्त तक चली। इस अवधि में यूजी और पीजी कोर्स में 5 लाख 58 हजार 789 विद्यार्थियों के एडमिशन हुए। इसके बावजूद बड़ी संख्या में विद्यार्थी प्रवेश से वंचित रहे। इनमें बड़ी संख्या में वे विद्यार्थी हैं, जो सीयूईटी के जरिए प्रदेश और देश की नामी यूनिवर्सिटी में दाखिला चाह रहे थे। वहां एडमिशन न मिलने पर इनके सामने साल बिगड़ने की नौबत आ गई है। विभाग ने इन विद्यार्थियों को साल बचाने का मौका देते हुए आदेश जारी किया है कि इस सत्र में वे प्राइवेट फॉर्म भरकर परीक्षा दे सकते हैं। पास होने वाले विद्यार्थियों को अगले सत्र से नियमित प्रवेश की पात्रता रहेगी। विद्यार्थी चाहें तो भोज या फिर इग्नू के जरिए भी पहले साल की पढ़ाई कर सकते हैं।
कॉलेज कराएंगे प्रैक्टिकल और फील्ड वर्क
नई शिक्षा नीति लागू होने के कारण फर्स्ट ईयर की प्राइवेट की पढ़ाई में प्रैक्टिकल, फील्ड वर्क अनिवार्य है। इसके लिए वे कॉलेज अधिकृत रहेंगे, जहां से विद्यार्थी फॉर्म भर रहे हैं।
सीयूईटी : यूजी के ज्यादातर कोर्स की आरक्षित सीटें फुल
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के यूजी कोर्स में दाखिले के लिए दूसरे चरण की काउंसलिंग जारी है। बुधवार को ज्यादातर कोर्स में आरक्षित वर्ग की सभी सीटें भर गईं। अनारक्षित वर्ग की सीटों के लिए देर रात तक काउंसलिंग जारी थी। सीयूईटी समन्वयक डॉ. कन्हैया आहूजा ने बताया, दूसरे चरण में 90 फीसदी से अधिक सीटें अलॉट होने की उम्मीद है।
Published on:
10 Nov 2022 01:12 am
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