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डीएवीवी के हजारों प्राइवेट छात्रों के भविष्य पर संकट

पूरक देने वाले छात्रों को किया अपात्र

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Narendra Hazare

Nov 24, 2016

DAVV university

DAVV university



इंदौर.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में अब उन छात्रों को परीक्षा में बैठने का मौका नहीं मिलेगा, जिनका कोर्स 5 साल से चला आ रहा है। आखिरी सत्र के उक्त सभी छात्र आगामी माह में होने वाली परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो पाएंगे। इसे लेकर कुलपति ने आदेश जारी किए हैं।


आदेश के तहत दिसंबर में होने वाली अंतिम वर्ष की परीक्षा में प्राइवेट छात्र शामिल नहीं हो पाएंगे। कुलपति ने राज्य शासन के 5 साल अवधि के नियम को आड़ बनाते हुए इन्हें अपात्र घोषित किया है। वे छात्र जिनका या तो अंतिम वर्ष बचा है या कोर्स पूरा होने के बाद पूरक विषय की परीक्षा देना बच गया है, वे भी परीक्षा में भाग नहीं ले पाएंगे। सबसे ज्यादा नुकसान उन प्राइवेट छात्रों का होगा, जिन्होंने पांच सेमेस्टर पूरे कर लिए हैं और वे अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा देने वाले थे। कुलपति के फैसले के खिलाफ एनएसयूआई के शिक्षा प्रभारी अभिजीत पांडे ने उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त से शिकायत की है। कुलपति डॉ. नरेंद्र धाकड़ का कहना है, 'उक्त निर्देश राज्य शासन ने पहले ही जारी कर दिए थे। हमने सिर्फ आदेश का पालन किया है।Ó



मान्यता पर फैसला सुरक्षित

इंदौर क्रिश्चियन कॉलेज में लॉ की पढ़ार्ई की मान्यता को लेकर हाई कोर्ट में चल रही याचिकाओं पर गुरुवार को अंतिम बहस पूरी हो गई। कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है। कॉलेज को मान्यता नहीं होने से करीब 300 छात्रों का भविष्य खतरे में है। कोर्ट ने छात्रों, विश्वविद्यालय और कॉलेज प्रबंधन का पक्ष सुनने के बाद जस्टिस पीके जायसवाल और जस्टिस वीरेंद्र सिंह की युगल पीठ ने फैसला सुरक्षित रखा।


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