
व्यापारी बोले, जवाहर मार्ग पर मिले टू व्हीलर को इंट्री, ऑटो और ई-रिक्शों पर लगाएं रोक
एमजी रोड और जवाहर मार्ग को वन-वे करने के फैसले को लेकर महापौर की अध्यक्षता वाली सड़क सुरक्षा समिति ने बैठक में व्यापारियों से सुझाव लिए। चर्चा में व्यापारियों ने मांग रखी कि वन-वे में टू व्हीलर को जाने की छूट मिले। उन्होंने सुझाव दिया कि मुंबई में जैसे बांद्रा तक थ्री व्हीलर आती है, वैसे ही ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा को जवाहर मार्ग और एमजी रोड तक रोका जाए। ऐसा करने से आधी समस्या हल हो जाएगी।
यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए गुरुवार को सिटी बस ऑफिस में व्यापारियों के साथ सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। इसमें महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक गोलू शुक्ला, कलेक्टर आशीष सिंह और यातायात पुलिस एडिश्नल कमिश्नर मनीष अग्रवाल सहित अन्य विभाग के अफसर मौजूद रहे। चर्चा के दौरान महापौर ने कहा, स्वच्छता के साथ अब यातायात में भी हमें नंबर वन आना है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एलिवेटेड ब्रिज के शिलान्यास में आव्हान किया है। इसके प्रयास में हमने एमजी रोड और जवाहर मार्ग को वन-वे किया है।
सात दिन प्रयोग करें... यातायात सुधरेगा, हमारा व्यापार भी बचेगा
व्यापारियों ने अपना पक्ष रखा। जवाहर मार्ग व्यापारी मनोज गर्ग ने कहा, 90 प्रतिशत छोटे व्यापारी हैं। वन-वे से उनका कारोबार कम हो गया है। दो पहिया वाहन चालू करा दें। इस बात को सुरेंद्रसिंह बेदी ने आगे बढ़ाते हुए कहा, हमारे यहां धार और एरोड्रम रोड के छोटे ग्राहक हैं, जो 100-200 रुपए का सामान लेने इतना घूमकर कैसे आएंगे। वन-वे पर दो पहिया वाहन शुरू कर दें। सात दिन प्रयोग करें। यातायात भी सुधरेगा और हमारा व्यापार भी बच जाएगा। अली मेडिकल के संचालक जैद भाई, चाय व्यापारी अमित काबरा, पेट्रोल पंप संचालक के साथ टोरी काॅर्नर से आए व्यापारियों ने भी टू व्हीलर को चालू करने का एक सुर में समर्थन किया। कुछ व्यापारियों ने गंगवाल टू सरवटे मार्ग का काम पूरा कर शुरू करने की बात कही ताकि जवाहर मार्ग को राहत मिल सके।
ई-रिक्शा पर फूटा व्यापारियों गुस्सा
जवाहर मार्ग व एमजी रोड पर सैकड़ों की संख्या में चलने वाले ऑटो और ई-रिक्शा पर व्यापारियों का गुस्सा फूटा। कपड़ा मार्केट एसोसिएशन के कैलाश मुंगड़ ने कहा, एमजी रोड व जवाहर मार्ग से ई-रिक्शा व ऑटो रिक्शा को प्रतिबंधित किया जाए। राजबाड़ा पर 250 से ज्यादा ई-रिक्शा खड़े रहती हैं, जो पूरे ट्रैफिक को जाम करते हैं। मुंबई में बांद्रा का उदाहरण देते हुए कहा, जैसे वहां रिक्शा की सीमा है, वैसे ही यहां भी करना होगा। बेदी का कहना था कि ई-रिक्शा की स्थिति कीड़े-मकोड़ों की तरह हो गई है। चाहे जहां खड़ी कर देते हैं। उन पर लगाम जरूरी है। इस पर कलेक्टर ने ई-रिक्शा को लेकर नीति बनाने के साथ रूट निर्धारण करने की बात कही।
सड़क से उठाएं कार
मुंगड़ ने कहा, कई लोगों ने कार ले ली है, लेकिन घर पर रखने की जगह नहीं है। सड़क पर खड़ी कर जाते हैं और कई दिनों तक पड़ी रहती है। ऐसी कारों की जांच कर उठाएं तो आधी सड़क खाली हो जाएगी।
हर पाइंट पर एक जवान
व्यापारियों ने कहा, जवाहर मार्ग के चौराहों पर अब चार-चार पुलिस वाले खड़े हैं। ऐसे कोई भी नजर नहीं आता था। दोनों सड़कों को जोड़ने वालीं 38 गलियों पर एक-एक पुलिस जवान खड़ा कर दे तो स्थिति सुधर जाएगी। मालगंज, नृसिंह बाजार, बंबई बाजार, निहालपुरा और राम-लक्ष्मण चौराहा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
पार्किंग पर फोकस
महापौर ने व्यापारियों से आग्रह किया कि वे अपने व कर्मचारियों के वाहनों को पार्किंग में रखवाएं। सभी बाजार के पास आसपास पार्किंग खाली रहती है। ऐसा करने से दुकानों के सामने वाहन जगह नहीं घेरेंगे। ग्राहकों को भी सुविधा होगी। पहल आपको ही करना होगी। व्यापारियों को कुछ दूर पैदल चलने की सलाह भी दी गई।
पूल वाहन हो सकता है विकल्प
कलेक्टर सिंह ने एआइसीटीएसएल के माध्यम से पूल वाहन संचालित करने की बात कही। उन्होंने कहा, शहर के कुछ क्षेत्रों से बाजार के बाहर तक ये वाहन चलाए जा सकते हैं, जिसमें कर्मचारी आना-जाना कर सकते हैं। इस बात को व्यापारियों ने सराहा और सहमति दी।
लोडिंग वाहनों का समय तय करें
विधायक गोलू शुक्ला ने कहा, लोडिंग वाहनों की वजह से भी जाम की स्थिति बनती है। उनके प्रवेश को लेकर समय सीमा निर्धारित की जाए। दोनों मार्गों पर ठेला गाडि़यों को भी प्रतिबंधित करें।
Published on:
19 Jan 2024 09:58 pm
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