
डॉ. आंबेडकर नगर (महू). ग्राम भगोरा स्थित यूको बैंक के बाबू द्वारा 45 लाख 50 हजार 658 रुपए की हेराफेरी का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने उसपर धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया है। बाबू को गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
किशनजंग पुलिस ने बताया, पन्नागली, महू निवासी प्रकाश माहेशवरी भगोरा की यूको बैंक में वर्ष 2002 से 2017 तक बाबू के पद पर था। उसने 2002 से 2014 के बीच में यह हेराफेरी की। वह बचत खाता धारकों व लोन वाले खाता धारकों से पैसा निकासी की दो पर्ची पर उनके हस्ताक्षकर करवा कर अपने पास रख लेता था और खाता धारकों की अनुपस्थिति में रुपए निकाल लिया करता था।
मामले की शिकायत बैंक मैनेजमेंट के पास पहुंची तो बैंक ने ईओडब्ल्यू को सूचना दी। ईओडब्ल्यू ने जांच के बाद यह मामला अपने विभाग का न बताकर पुलिस को सौंप दिया। बाद में किशनगंज पुलिस ने जांच शुरू की और अब बैंक का रिकॉर्ड भी मांगा है। पूरे रिकॉर्ड से पता लगेगा कि इस मामले में बैंक के किसी और अफसर की भूमिका तो नहीं है।
264 खातों से निकाली राशि
आरोपी बाबू प्रकाश माहेशवरी ने बैंक में बचत खाता धारकों व लोन खाता धारकों के करीब 264 खातों से रुपयों की निकासी की, जिसमें करीब 45 लाख 50 हजार 658 रुपए निकाले गए हैं।
पीएनबी धोखाधड़ी : आरोपित रिमांड पर
इंदौर. पंजाब नेशनल बैंक से 2 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी मामले में आरोपित विजय कुमार पिता इंदरमल जैन निवासी गुलाबबाग कॉलोनी को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड पर लिया है। अफसरों का कहना है, पूछताछ में जो संदिग्ध मिलेगा, उसकी जांच होगी।
मल्हारगंज सीएसपी वंदना चौहान के मुताबिक, विजय से प्रकरण में फरार आरोपित अंकित पिता किशोर चौधरी निवासी समाजवाद इंदिरा नगर व वेल्युअर सुनील गर्ग निवासी तिलकनगर एक्सटेंशन के बारे में पूछताछ की जा रही है। वहीं प्रकरण में तत्कालीन बैंककर्मियों की भूमिका का भी पता किया जा रहा है। प्राथमिक पूछताछ में विजय जैन ने बैंक लोन के नाम पर लिए २ करोड़ रुपए साथी अंकित चौधरी के पास होने की बात बताई है, जबकि फर्म दोनों आरोपितों के नाम पर रजिस्टर्ड थी। आरोपितों ने ग्राम सिंहास तहसील की 67 लाख कीमत की भूमि का 3 करोड़ वेल्युएशन बताकर 29 अप्रैल 2014 को पीएनबी बैंक शाखा जवाहर मार्ग, राजमोहल्ला से प्लास्टिक ग्रेन्युअल प्लास्टिक मोल्ड्स व अन्य प्लास्टिक प्रॉडक्ट के लिए क्रेडिट हाइपोथिकेशन लोन खाता नंबर पर २ करोड़ प्राप्त किए थे। लोन लेने के बाद भी आरोपितों ने बैंक को राशि नहीं लौटाई।
Updated on:
27 Feb 2018 10:22 am
Published on:
27 Feb 2018 09:51 am
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