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सरकार की लेट-लतीफी पड़ रही है भारी, वाहन चालकों को भरना पड़ता है भारी चालान

पोर्टल शुरू नहीं कर सका प्रदेश का परिवहन विभाग, केंद्र की योजना से कई राज्य जुड़े

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इंदौर. मध्य प्रदेश सरकार के परिवहन विभाग की लेटलतीफी वाहन चालकों भारी पड़ रही है। जव प्रदेश में रजिस्टर्ड कोई वाहन दूसरे राज्य में जाता है तो ऑनलाइन वैरीफाई न होने से भारी भरकम चालान भरना पड़ता है।

दरअसल केंद्र सरकार ने वाहन पोर्टल https://vahan.nic.in की शुरुआत देशभर में वाहन की जानकारी और पुलिस - परिवहन विभाग की सहूलियत के लिए की थी। लेकिन मध्यप्रदेश अभी पिछड़ा हुआ है। इसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है, क्योंकि दूसरे राज्यों की पुलिस और परिवहन विभाग जब वाहन पोर्टल पर मध्यप्रदेश के वाहनों के कागजात जांचता है तो उसमें डाटा नहीं होता।

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परिवहन महासंघ के सीएल मुकाती ने बताया कि परिवहन विभाग की लेटलतीफी के चक्कर में ट्रक और अन्य वाहनों को अन्य राज्यों में हजारों रुपए की चालानी कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, समेत कई कई राज्यों में पोर्टल शुरू हो चुके हैं, डाटा राज्यों में वाहन पोर्टल पर अपडेट कागजात को ही मान्य किया जा रहा है। मैनुअली कागज दिखाने को मान्यता नहीं दी जा रही है।

स्मार्ट चिप का डाटा अपलोड नहीं
मध्यप्रदेश ट्रांसपोर्ट की वेबसाइट पर प्रदेश के सभी वाहनों का डाटा है। इसका संचालन स्मार्ट चिप कंपनी कर रही है। केंद्र के वाहन पोर्टल का संचालन एनआइसी को करना है। दोनों मिलकर लंबे समय से वाहन पोर्टल पर डाटा अपलोड कर रहे हैं। यही लेटलतीफी की वजह है।

यह है वाहन पोर्टल
केंद्र सरकार ने देशभर के सभी वाहनों के कागजात समेत अन्य डाटा एक पोर्टल पर अपलोड करने के लिए वाहन पोर्टल बनाया है। इसकी मदद से देशभर के किसी भी वाहन की जानकारी एक ही पोर्टल से मिल जाती है। पहले सभी राज्यों की जानकारी अलग-अलग वेबसाइट पर होती थी। हालांकि मध्यप्रदेश अभी भी पुराने ढर्रें पर ही चल रहा है। लंबे समय से पोर्टल की शुरुआत करने की बात कही जा रही है, लेकिन अब तक किया नहीं गया है।

5 जिलों में शुरू करने का दावा
यूं तो परियहन विभाग लंबे समय से पोर्टल शुरू करने का दावा कर रहा है, लेकिन इसे धीरे-धीरे लागू किया जाएगा। होशंगाबाद, शिवपुरी, आगर, विदिशा और सीहोर जिलों से शुरुआत करने का दावा है। वाहन में वीकल सर्च के अलावा रजिस्ट्रेशन आदि की सुविधा भी दी जा रही है।

एक माह में होगी शुरुआत
इंदौर, एआरटीओ, अर्चना मिश्रा ने कहा कि वाहन पोर्टल की शुरुआत जल्द ही होने वाली है। एक माह में इंदौर में इसकी शुरुआत हो जाएगी। इसके पहले कुछ शहरों में पायलट प्रोजेक्ट शुरू होगा।