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आखिर क्यों महिला ने मांगी कलेक्टर से इच्छामृत्यु

राजबाग निवासी महिला सुनीता जेठवानी को एक साल पहले  उसके घर से बेघर कर दिया गया। एक साल से वह भटक रही हैं।

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Shruti Agrawal

Aug 02, 2017

इंदौर. राजबाग निवासी महिला सुनीता जेठवानी को एक साल पहले उसके घर से बेघर कर दिया गया। एक साल से वह भटक रही हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जेठवानी ने कलेक्टर से परेशानी बताने के बाद कहाकि वह इच्छामृत्यु चाहती है।

2016 में उस घर पर उषाराजे ट्रस्ट व मनोज मालवीय ने मालिकाना हक जताया था। सुनीता जेठवानी सुप्रीम कोर्ट में केस दायर किया था, वह केस हार गई थीं। इसमें 31 जुलाई 2016 तक उन्हें सामान खाली करना था।

समाज की इबादत की जगह पर विवाद

'न्यू सैफी नगर (मजीदी मोहल्ले) में दाऊदी बोहरा समाज अवैध रूप से स्लाटर हाउस चला रहा है। नमाज के समय जोर-जोर से लाउडस्पीकर बजाया जाता है। जिससे मोहल्ले के लोग परेशान हैं। मोहनीश जगवानी नामक व्यक्ति ने यह शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर कर दी। शिकायत सही है या गलत यह जांचें बगैर नगर निगम की टीम हमारे इबादत की जगह पहुंची और खुदाई करके पेवर ब्लॉक उखाड़ दिए। उन्होंने हमारा पक्ष भी जानने की जरूरत नहीं समझी गई।


इससे नाराज बोहरा समाजजन ने कलेक्टर से जनसुनवाई में उस फर्जी शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहाकि उस जमीन पर बोहरा समाज का मालिकाना हक है और वक्फ बोर्ड जमीन रजिस्टर्ड है। वहां पर समाजजन की तरफ से नमाज व सामाजिक गतिविधियां संचालित की जाती हैं। निगम की रिमूवल टीम ने दो बार कार्रवाई की। इससे नमाज के लिए आने-जाने की जगह बाधित हो गई है। शेख असगर अली ने कहाकि वहां पर हर घर में पहुंचने वाला खाना भी यहां पर बनता है। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने कहाकि वह मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है।

बारिश में भीगते हुए कटती है रात

गांधी नगर निवासी दिव्यांग दंपति लीलाधर ढोटे व अनीता ढोटे जनसुनवाई में पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर से कहाकि हमें घर कब मिलेंगे। हम कब तक सड़के किनारे खुले रहंेगे। बारिश में भीगते हुए रात कटती है। कलेक्टर वरवड़े ने उन्हें कहा कि पीएम आवास योजना के तहत सबसे पहले आवास दिलाएंगे, लेकिन पहले घर देने की प्रक्रिया हो तब। इसके लिए नगर निगम को पत्र लिखेगें। उन्होंने उनका राशन कार्ड भी मौके पर ही बनवाया।

हार लेकर पहुंचा फरियादी

परदेशीपुरा निवासी मानसिंह राजावत की बेटी को एक गुंडा अंशुल गुर्जर छेड़ता था। परेशान मान सिंह ने बेटी का स्कूल जाना बंद कर दिया। उसकी मानसिक स्थिति भी खराब हो गई थी। परदेशीपुरा थाने में पांच बार शिकायत की, लेकिन रिपोर्ट नहीं लिखी गई। मानसिंह ने पिछली जनसुनवाई में शिकायत की तो एक दिन में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली और गुंडे के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इससे खुश मानसिंह फूल माला लेकर जनसुनवाई में पहुंच गए। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने कहा काम होना जरूरी है, फूल खजराना गणेश जी को चढ़ाएं।

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