
सीए शाखा की स्टार्टअप और एंटरप्रेन्योरशिप पर कार्यशाला
इंदौर. सफलता के लिए बाजार की नब्ज पकडऩा जरुरी है तथा जिसने चेंज को एडॉप्ट नहीं किया वो बाजार की दौड़ से बाहर हो जाएगा। मोटोरोला 1960 के दशक का पायोनिर ऑफ दी मोबाइल फोन सेगमेंट था। कुछ साल पहले लेनोवो ने इसे एक्वायर कर लिया। उससे पहले गूगल ने इसे खरीद लिया था। गूगल मात्र दस साल पुराना था। ये क्लासिक केस स्टडी है। जब एक कंपनी ने लैक ऑफ इनोवेशन एंड चेंज के कारण स्लो डेथ पा लिया। कोडैक ने कन्वेंशनल फोटोग्राफी पर ही ध्यान केंद्रित रखा, जबकि दुनिया ऑनलाइन तेजी से बढ़ रही थी। आज इस इंडस्ट्री का डिजिटल फोटोग्राफी एंड एप्प बेस्ट शेरिंग में इनोवेशन है तथा इन क्षेत्रों में हो रहे प्रगति में पिछडऩे के चलते कोडेक पीछे रह गया। यह कहना था आबू धाबी (यूएई) से आए सिद्धार्थ राजहंस का। उन्हांेने कहा, डिजिटलाइजेशन ऑफ करेंसी में ब्लॉकचैन की पूरे देश में चर्चा है। वे शनिवार को सीए भवन में सीए शाखा द्वारा स्टार्टअप्स और एंटरप्रेन्योरशिप पर आयोजित सेमिनार में संबोधित कर रहे थे। जिसमें आबू धाबी (यूएई) से पधारे पूर्व चेयरमैन सीए राजीव शाह भी मौजूद थे। इंदौर सीए शाखा के चेयरमैन सीए अभय शर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए बताया, स्टार्टअप्स को गवर्नमेंट की स्टार्टअप पॉलिसी में कई विशेषाधिकार प्राप्त हैं तथा चार्टर्ड अकाउंटेंट्स स्टार्टअप्स में महत्वपूर्ण रोल अदा कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त चार्टर्ड अकाउंटेंट की एंटरप्रेन्योरशिप एबिलिटी को और अधिक प्रभावी ढंग से कैसे निखारा जा सकता है। स्टार्टअप्स में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स कैसे प्रभावी भूमिका अदा कर सकते हैं इन सब विषयों पर इस सेमिनार का आयोजन हुआ।
यूएई की कंपनियों में इंडियन सीए-
आबू धाबी से पधारे सीए राजीव शाह जो कि आबूधाबी चैप्टर के चेयरमैन भी रहे हैं, ने बताया कि समूचे यूरोप में ऐसी कोई भी कंपनी नहीं है, जहां इंडियन सीए न हो। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद यूएई और इंडिया की रिलेशनशिप बहुत मजबूत हुई है।
सेमिनार का संचालन सचिव सीए हर्ष फिरौदा ने किया और आभार सीए सोम सिंघल ने माना। इस अवसर पर सीए प्रमोद तापडिया, सीए सीताराम सोनी, सीए सुनील पी खंडेलवाल सहित बड़ी संख्या में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स मौजूद थे।
Published on:
11 Aug 2018 11:04 pm
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