5 करोड़ लोगों की नौकरियों पर संकट
होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट केबी कचरू के अनुसार स्थिति वास्तव में बेहद गंभीर है और इस सेक्टर में काम करने वाले करीब पांच करोड़ लोगों के सामने रोजगार का बड़ा संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने स्वीकार किया कि अगले महीने-दो महीने में हालात में सुधार नहीं आया तो 60 फीसदी तक लोगों की नौकरियां जा सकती हैं। जानकारी के अनुसार 30-40 फीसदी तक छंटनी हो चुकी है। कारोबारी बताते हैं कि छंटनी में कुछ ऐसे भी कर्मचारी हैं, जिनको लीव विदाउट पे पर चले जाने को कहा गया है। वहीं, कारोबार की रिस्ट्रक्चरिंग की गई है।
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जा सकती है 2.5 लोगों की नौकरी
आईटीसी के पूर्व सीईओ और उद्योग संगठन सीआईआई के टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी नेशनल कमेटी के सलाहकार दीपक हक्सर के अनुसार इस सेक्टर में काम करने वाले 2.5 करोड़ लोगों की नौकरियां जा सकती हैं। उन्होंने दिल्ली में होटल नहीं खुलने पर हैरानी जताते हुए कहा कि जब कोई सेक्टर बदहाली के दौर से गुजर रहा हो तो उसे पटरी पर लाने की कोशिश की जानी चाहिए और इस समय होटल व हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को बचाने के लिए सबसे पहले उसे खोलने की जरूरत है, क्योंकि होटल खुलेंगे तभी वहां लोग आएंगे और वहां काम करने वालों की नौकरियां बची रहेंगी।
दिल्ली के सीएम और उप राज्यपाल को लिखा लेटर
हक्सर ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 31 जुलाई को लिखे पत्र में उन्होंने होटल को हॉस्पिटल से डिलिंक करने के लिए आभार जताते हुए कहा है कि देश की राजधानी होने के कारण पर्यटन के संवर्धन में इसकी विशेष भूमिका है। यहां बिजनेस के सिलसिले में आने वाले यात्रियों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल और ग्लोबल लीडर्स आते हैं। उन्होंने पत्र में उद्योग की विभिन्न मांगों के साथ-साथ मुख्यंत्री से होटल को खोलने की भी मांग की है।