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एक और घोटाला: नीरव मोदी के बाद अब रोटोमैक पेन कंपनी के मालिक बने बैंकों की मुसीबत

नीरव मोदी के बाद अब इस कंपनी का मालिक बैंकों के लिए नई मुसीबत बन गए हैं।

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rotomac

नई दिल्ली। देश अभी नीरव मोदी के सदमे को झेल भी नहीं पाया है। सरकार एक ओर जहां नीरव मोदी को तलाशने में जुटी है। वहीं देश को एक ओर नीरव मोदी मिल गया है। ताजा मामला कानपुर की रोटोमैक कंपनी का है। बताया जा रहा है कि इस कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी ने पांच बड़े सरकारी बैंकों से 500 करोड़ रुपए से ज्यादा लोन लेकर गायब है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कानपुर के मालरोड के सिटी सेंटर में रोटोमैक का ऑफिस है जो कि बहुत दिनों से बंद है। विक्रम कोठारी मामले में बैंकों पर भी आरोप है कि उन्होंने नियमों को तोड़कर विक्रम कोठारी को लोन दिया था।

क्या है पूरा मामला

विक्रम कोठारी पर आरोप है कि उसने पांच सरकारी बैंकों से 500 करोड़ से ज्यादा लोन लिया था और साल पूरा हो जाने के बाद भी उसे अदा नहीं कर पाया है।

कौन है विक्रम कोठारी

विक्रम कोठारी पान पराग के संस्थापक एमएम कोठारी के बेटे हैं। विक्रम ने रोटोमैक के नाम से पेन, स्टेशनरी और ग्रीटिंग्स कार्ड्स का काम शुरू किया और देखते ही देखते इस कंपनी को एक बड़ी कंपनी में तब्दील कर दिया। आपको बता दे कि विक्रम कोठारी को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सम्मानित भी किया था

इन बैंको से लिया 500 करोड़ का लोन
विक्रम कोठारी ने 5 सरकारी बैंकों से अलग अलग तरीकों से 500 करोड़ का लोन लिया। बड़ी बात ये है कि इसके लिए कोई जरुरी दस्तावेज भी नहीं दिए गए। कई साल होने के बावजूद लोन के रकम की कोई वापसी नहीं हुई है जिससे मामला पेंचीदा होता दिख रहा है। जिन कंपनियों से इस शख्स ने लोन उठाए उनमें इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक,यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल है। कोठारी पर NCNT के तहत कार्रवाई चल रही है और साथ ही उनकी प्रॉपर्टी को भी बेचने की तैयारी है।