जेट आैर स्पाइस की बढ़ी मुश्किलें
भारत में इस बैन का सीधा असर स्पाइस जेट और जेट एयरवेज जैसी बड़ी एयरलाइंस पर पड़ा है। स्पाइस के पास 12, जबकि जेट एयरवेज के पास पांच बोइंग 737 मैक्स 8 विमान हैं, जो अब उड़ान नहीं भर पाएंगे। जेट एयर किराया न चुका पाने के चलते पहले ही विमानों की कमी से जूझ रही है। उसके 119 विमानों के बेड़े में से 54 पहले ही संचालन से बाहर हैं।
यात्री घटे, तो बढ़ेगी एयरलाइंस की मुश्किल
जेट और इंडिगो द्वारा अलग-अलग वजहों से कई उड़ानें रद्द किए जाने के चलते इस समय तत्काल हवाई यात्रा का किराया सामान्य दिनों से काफी ज्यादा है। ऐसे में बोइंग 737 मैक्स 8 पर बैन से किराया और बढ़ता है, तो इससे यात्रियों के साथ ही विमानन कंपनियों की परेशानी भी बढ़ सकती है। महंगे किराए के चलते यात्रियों की संख्या घटने से उनकी आय में कमी आ सकती है। यह स्थिति पहले से ही वित्तीय दबाव झेल रहे एयरलाइंस उद्योग की सेहत बिगाड़ सकती है।
परेशानी में है हर विमानन कंपनी
जेट एयरवेज वित्तीय संकट की मार झेल रही हैं। उधर, इंडिगो अभी पायलटों की कमी से जूझ रहा है, इसलिए कंपनी ने अभी से अप्रैल महीने की शुरुआती कुछ दिनों तक रोजाना 30 उड़ानें रद्द करने का ऐलान कर चुकी है। गो एयर भी अपने कुछ विमान नहीं उड़ा रही है। एयर इंडिया के करीब 23 विमान कल-पुर्जों और इंजन के अभाव में उड़ान से अलग हैं।
विमानन मंत्री एयरलाइंस के साथ करेेंगे बैठक
किराए बढऩे के आसार देखते हुए सरकार भी सक्रिय हो गई है। नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने प्रतिबंध के बाद ही मंगलवार रात को ट्वीट कर बताया कि वह आपातकालीन बैठक करने जा रहे हैं। उन्होंने लिखा कि विमानन सचिव (पीएस खोसला) को सभी एयरलाइंस के साथ आपात बैठक बुलाने का निर्देश दिया है, ताकि यात्रियों को किसी तरह की असुविधा की स्थिति टालने के लिए तात्कालिक योजना तैयार की जा सके।
स्पाइसजेट के लिए कल होगी सबसे बड़ी चुनौती
वहीं शाम चार बजे के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव ने सभी एयरलाइंस की बैठक बुलार्इ। जिसके बाद सचिव ने कहा कि स्पाइसजेट ने अपनी 500 से ज्यादा उड़ानों में से 14 उड़ानों को रद कर दिया है। लेकिन उन उड़ानों के पैसेंजर्स के लिए स्पाइसजेट ने व्यवस्था कर दी है। उन्होंने आगे कहा कि स्पाइसजेट के लिए सबसे बड़ी कल होगी। क्योंकि जो 14 उड़ाने कैंसिल हुर्इ हैं, वो दोपहर बाद की है। कल पूरे दिन उड़ाने रद रहेंगी।