scriptदुनिया में सबसे महंगी है ये घास, जिससे होता है कैंसर का इलाज | This grass twice as expensive as Gold, it comes to raise sexual power | Patrika News

दुनिया में सबसे महंगी है ये घास, जिससे होता है कैंसर का इलाज

Published: Aug 03, 2018 09:27:28 am

Submitted by:

Saurabh Sharma

इस घास का नाम यारसागुम्‍बा है। जिसे गर्मी की घास भी कहते हैं। जानकारों की मानें तो यह फफूंंद की तरह होती है। यह सोने से भी महंगी है।

Yarsagumba

गोल्ड से भी दोगुनी महंगी है यह घास, यौन शक्ति बढ़ाने के आती है काम

नर्इ दिल्ली। हिमालय पर्वतों पर कर्इ आैषधियों का खजाना है। जिसके बारे में आज भी लोगों आैर डाॅक्टर्स को मालूम नहीं है। इसी हिमालय की वादियों में एक एेसी घास पार्इ जाती है जिसकी कीमत जानकर आपके भी होश उड़ जाएंगे। यह एक तरह की आैषधि है। जिसकी कीमत के बारे में आप सिर्फ इतना समझ लीजिए कि वो सोने यानी गोल्ड से दोगुनी महंगी है। इसकी खास बात ये है कि यह घास यौन शक्ति बढ़ाने के काम आती है। आइए आपको भी बताते हैं कि इस घास के बारे में आैर आसपास के लोगों ने इस घास के व्यापार से कितना कमा लेते हैं…

यारसागुम्‍बा है इस घास का नाम
इस घास का नाम यारसागुम्‍बा है। जिसे गर्मी की घास भी कहते हैं। जानकारों की मानें तो यह फफूंंद की तरह होती है। यह सोने से भी महंगी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घास हिमालय और तिब्‍बती पठार पर 3000 से 5000 मीटर की ऊंचाई पर पार्इ जाती है। अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्ट की मानें तो प्रति वर्ष मई से जून के महीनों में हजारों नेपाली नागरिक इन पहाड़ों की आेर जाते हैं आैर यारसागुम्‍बा घास की खोज में जुट जाते हैं।

एक दिन में सवा लाख रुपए की करते हैं कमार्इ
इस घास को तलाश करने वाले लोग काफी मुश्किल जीवन जीते हैं। पहाड़ों पर रहते हैं, टैंटों में रहते हैं। कर्इ बार लोगों को वहां पर कम आॅक्सीजन का भी सामना करना पड़ता है। लेकिन उन्हें इसका फल भी बहुत मीठा मिलता है। करीब दो महीनों तक पहाड़ों पर यारसागुंबा घास की खोज करने वाले एक दिन में दो हजार डाॅलर से ज्यादा की कमार्इ करते हैं। अगर इसे भारतीय रुपयों में देखा जाए तो एक दिन में उनकी कमार्इ 1.30 लाख रुपए से ज्यादा की होती है। यानी दो महीनों में वो करोड़ों रुपयों की कमार्इ कर डालते हैं।

कम होती जा रही है यारसागुंबा
एक रिपोर्ट के अनुसर इस घास की लगातार बढ़ती मांग आैर वातावरण में लगातार परिवर्तन की वजह से यारसागुंबा की कमी होती है। जहां पहले लोग 100 से ज्यादा यारसा गुंबा खाज निकालते थे, अब वहीं लोगों को 15 से 20 ही मिल पा रही हैं। जानकारों मानें तो नेपाल सेंट्रल बैंक की रिपोर्ट के अनुसार यारसागुंबा की सालाना कमार्इ का 56 फीसदी हिस्सा इसी का होता है। ये लोग इसकी राॅयल्टी तक देते हैं। 2014 की रिपोर्ट के अनुसार नेपाल की अर्थव्यवस्था को 51 लाख रुपए का फायदा इसी राॅयल्टी की वजह से हुआ है।

सोने से भी महंगी है यारसागुंबा
आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि इस घास की कीमत सोने यानी गोल्ड से भी ज्यादा है। मौजूदा समय में सोने की कीमत करीब 33 लाख रुपए प्रति किलो है, जबकि एक किलो यारसागुंबा की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में करीब एक लाख डाॅलर से ज्यादा है। भारतीय रुपयों के 65 से 70 लाख रुपए के करीब। यानी की सोने की कीमत से दोगुने दाम में दाम मिलती है ये घास।

कर्इ बीमारियों में आती है काम
यारसागुंबा के कर्इ फायदे हैं। जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि ये हिमालय की पहाड़ियों में पार्इ जाती है, इसलिए इसे हिमालय की वियाग्रा भी कहा जाता है। ये घास यौन शक्ति बढ़ाने के काम भी आती है। जानकारों की मानें तो यारसागुंबा से अस्‍थमा, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की दवार्इयों को बनाने के काम में भी लिया जाता है। इसके कर्इ फायदे हैं। इसलिए इसकी कीमत भी ज्यादा है।

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