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भारत के टेलिकॉम सेक्टर से बाहर जा रही है वोडाफोन!

कंपनी की ओर से अभी तक नहीं आया है कोई बयान लॉस बढऩे की वजह से तेज हो रही हैं कंपनी को लेकर अटकलें

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नई दिल्ली। टेलिकॉम इंडस्ट्री में यह बात बहुत जोर शोर से चल रही है वोडाफोन जल्द ही भारत से अपना पूरा मार्केट समेटकर ब्रिटेन रवाना हो जाएगी। अभी तक वोडाफोन की ओर से इस बात की पुष्टी नहीं की है। आईएएनएस की ओर से भेजे गए ईमेल का भी जवाब वोडाफोन की ओर से नहीं मिला है। उसके बाद भी इस बात की अटकलें काफी तेज हैं कि वोडाफोन अपना बिजनेस भारत से वापस लेकर जा रहा है।

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क्या है इन अटकलों का आधार
अगर किसी कंपनी के बारे में इस तरह की अटकलें लगाई जाती हैं तो उसमें कई तरह के आधार होते हैं। जानकारों की मानें तो वोडाफोल आइडिया के मर्जर होने के बाद बनी बड़ी कंपनी का लगातार ऑपरेटिंग चार्ज बढ़ रहा है। जिसकी वजह से कंपनी को लगातार लगातार लॉस उठाना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर हर महीने लाखों यूजर्स कंपनी को छोड़ रहे हैं। इन दोनों वजहों के कंपनी के मार्केट कैप में काफी कमी है। यही वजह से कि वोडाफोल के भारतीय बिजनेस से बाहर निकलने की अटकले तेज हो रही हैं।

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कंपनी ने इस बात को बताया गलत
वहीं दूसरी ओर वोडाफोन आइडिया कंपनी ने इस बात को पूरी तरह से निराधार बताया कि कंपनी की डेट रिस्ट्रक्चरिंग के लिए अपने लेंडर्स से संपर्क कर रही है। कंपनी कं स्पष्टीकरण के अनुसार वोडाफोन आइडिया ने डेट रिस्ट्रक्चरिंग के लिए अपने किसी लेंडर्स से संपर्क नहीं किया है। कंपनी अपने सभी कर्जों का भुगतान कर रही है।

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सुप्रीम कोर्ट के फैसला भी बना आधार
वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी वोडाफोन पर काफी बोझ बढ़ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने टेलिकॉम कंपनियों से एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू देने को कहा है। जिसकी वजह से वोडाफोन काफी दबाव महसूस कर रही है। कंपनी को तीन महीने के अंदर लगभग 28,309 करोड़ रुपए चुकाने हैं। कोर्ट के फैसले के बाद वोडाफोन आइडिया का शेयर गिरकर 3.66 रुपए के साथ 52 सप्ताह के निचले स्तर पर चला गया था। वहीं दूसरी ओर कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन केवल 11,091 करोड़ रुपए का है, जबकि इसका इनवेस्टमेंट कई अरब डॉलर में है।