ट्रम्प के इस सुझाव के बाद से ही माइक्रोसॉफ्ट ( Microsoft ) ने इस मामले में दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी है। ऐसे में ये सवाल उठना लाजमी है कि इस डील से माइक्रोसॉफ्ट को क्या फायदा होगा ।
सत्या नडेला ( Satya Nadella ) को होगा फायदा- माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला ( Microsoft CEO Satya Nadela ) इसकी डील के करीब हैं। ऐसी चर्चा है कि टिक टॉक की कीमत 50 अरब डॉलर है, लेकिन सत्या नडेला डील में अभी भी मोलभाव तलाश कर है। अगर यह डील हो जाती है तो पिछले दस सालों की यह सबसे बड़ी डील होगी। इस डील के जरिए माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला किंग मेकर बनेंगे।
चीन को मिलेगी शिकस्त- इस डील को अमेरिका की चीन पर जीत के तौर पर देखा जा रहा है। सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने ट्विटर पर लिखा कि जीत-जीत। उनके साथी रिपब्लिकन जॉन कॉर्निन और अन्य लोग भी सपोर्ट करते नजर आए। डेमोक्रेट सीनेटर रिचर्ड ब्लूमेंथल ने इस तरह के लेन-देन को चीनी कंपनियों द्वारा कपटी जासूसी और निगरानी पर नकेल कसने जैसा बताते हुए इसे वक्त की जरूरत करार दिया है। माइक्रोसॉफ्ट के बयान में कहा गया, “माइक्रोसॉफ्ट राष्ट्रपति की चिंताओं पर ध्यान देने के महत्व को पूरी तरह समझती है. वह टिकटॉक का अधिग्रहण पूरी सुरक्षा समीक्षा तथा अमेरिका को उचित आर्थिक लाभ उपलब्ध कराने के बाद ही करने के लिए प्रतिबद्ध है.”
चीन ने दी है अमेरिका के खिलाफ एक्शन की धमकी- मंगलवार को चाइना डेली ने अपने संपादकीय में इसके न होने की घोषणा कर दी । संपादकीय में लिखा गया है कि चीन ऐसा कभी नहीं होने देगा और अगर अमेरिकी सरकार उसे ऐसा करने के लिए ( टिकटॉक को बेचने के लिए ) मजबूर किया जाता है तो वह वॉशिंगटन के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।