
upi
नई दिल्ली : कोरोनावायरस ( Coronavirus ) की वजह से पूरी दुनिया डिजिटल ट्रांजेक्शन कर रही है। भारत भी फिलहाल कुछ कम नहीं है । हाल ही में हुई US-India Business Council में प्रधानमंत्री ने बताया कि आज की तारीख में लगबग 500 मिलियन इंटरनेट यूजर्स हैं लेकिन अभी भी 500 मिलियन यूजर्स को इंटरनेट तक लाना बाकी है। इसके लिए जरूरत है कि लोगों की पहुंच तक डिजिटल इंडिया से जुड़े प्लेटफार्म पहुंचे ताकि लोग इनका इस्तेमाल करें। प्रधानमंत्री मोदी के विजन और Unified Payments Interface (UPI) system की तारीफ करते हुए Whatsapp के Will Cathcart ने कहा कि डिजिटल इंडिया ( Digital India ) की ग्रोथ में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका UPI System ने निभाई है।
Will Cathcart ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ( pm modi ) ने लगभग 4 साल पहले भारतीयों digital payments की दिशा में सक्षम बनाने और लगभग 60 मिलियन छोटे व्यापारियों के कामकाज को आसान बनाने के लिए इस सिस्टम को लॉन्च किया था । लगभग 4 सालों में इस ऐप को 100 मिलियन यूजर बेस के साथ शानदार सफलता मिली। इसकी सफलता का सबसे बड़ा कारण इसके नियम थे जो किसी एक कंपनी, सरकार या व्यक्ति के द्वारा नहीं बल्कि लगभग 100 बैंक्स के ग्रुप ने बनाए थे। और सभी को पूरी दुनिया में इस ऐप के लिए इन्ही नियमों का पालन करना था। अच्छी बात ये भी है कि यूजर और बैंक के बीच हो रहे लेन-देन की जानकारी भी प्राइवेट रहती थी उस पर किसी और का अधिकार नहीं होता है।
इस बारे में आगे लिखते हुए उन्होने लिखा कि UPI की बदौलत SOCIAL Distancing के इस दौर में लोग अपने बूढ़े मां-बाप को फाइनेंशियली सपोर्ट कर सकते हैं। माइग्रेंट वर्क्रस अपनी फैमिली को पैसा भेज सकने में सक्षम हैं। और upi की बढ़ती रीच को देखकर ही NPCI ने अगले 2 सालों यानि 2022 तक इस ऐप से 500 मिलियन लोगों को जोड़ने का टार्गेट तय किया है।
इस ऐप के माध्यम से बड़ी-बड़ी टेक कंपनियां ( TECH COMPANIES ) लोकल टेक लीडर, फाइनेशियल इंस्टीट्यूशन्स के साथ मिलकर काम कर सकते हैं. इसके साथ ही उन्होने भारत को निवेश का बेहतरीन बाजार बाते हुए लिखा कि महामारी के इस वक्त में भी मै भांरत की आर्थिक उन्नति को आसानी से देख सकता हूं और प्रधानमंत्री मोदी की तरह ही मुझे भई लगता है कि भारत में निवेश का इससे बेहतर वक्त नहीं हो सकता है।
Published on:
01 Aug 2020 03:37 pm
बड़ी खबरें
View Allउद्योग जगत
कारोबार
ट्रेंडिंग
