वन विभाग कार्यालय में बनाए गए म्यूजियम हॉल में शिलालेखों में प्रदर्शित आकृतियों को उकेरा गया है वह मध्य पाषाण काल में जीवन, शिकार व शिकारी की जानकारी, आदि मानव का जीवन की जीवंतता, अतीत की स्मृतियां व हलचल, पाषाणकाल की श्रेष्ठ कलाकृति, वन महिष, हाथों के प्रतीक चिन्ह, अपराजित योद्धा के चित्र, वनो के मुखिया की जानकारी, मानव व वन्य प्राणी, नृत्य की कलाकृति, नीलगाय, नृत्य करते हुए मानव, जागो भाई का चित्र्र जातिगत वैर व हरिण, आखेट की तैयारी, शिकारियों से घबराए वन्य प्राणी, बिछड़ा हुआ प्राणी, कूबड़दार बैल, वाराह सहित वन्य प्राणियों के प्रेम प्रदर्शन के चित्र उभरे हुए हैं। यह सभी 10 हजार वर्ष पूर्व के हैं।