ट्रैफिक एएसपी अमृत मीणा ने बताया कि शहर में 5500 ऑटो को ही परमिट जारी किया गया है। इसमें से 4000 ऑटो में ही कलर कोडिंग व रूट का निर्धारण हो सकता है। लगभग करीब 350 ऑटो प्रीपेड बूथ से सम्बद्ध हैं। जबकि 1500 ऑटो बिना रूट निर्धारण के अवैध तरीके से संचालित हो रहे हैं।
ट्रैफिक एएसपी के अनुसार, अपूर्ण दस्तावेजों की वजह से रूट निर्धारण नहीं कराने वाले ऑटो भी शहर में चोरी-छिपे चलाए जा रहे हैं। ऐसे ऑटो जब्त कर न्यायालय में चालानी कार्रवाई की जाएगी।
– शहर में अवैध संचालित ऑटो चिन्हित किए जा सकेंगे
– किसी ऑटो में कोई वारदात होने पर तुरंत पता लगाने में आसानी होगी
– यात्रियों को यूनिक नम्बर याद करने में आसानी होगी
– आइटीएमएस के माध्यम से तुरंत पता चल जाएगा कि अमुक ऑटो किस चौराहे से निकला है
– चोरी या सामान छूटने पर ऑटो को खोजने में मदद मिलेगी
– रूट के अनुसार ऑटो का संचालन सुनिश्चित कराया जा सकेगा
लाइसेंस, रजिस्टे्रशेन नम्बर, फिटनेस, परमिट, वाहन स्वामी का नाम, पता, मोबाइल नम्बर, चालक का ब्योरा।