जबलपुर। राजभान दिव्यांग (दृष्टिहीन) जरूर हैं, लेकिन स्मार्टफोन पर उनकी अंगुलियां सरपट भागती है। फाइल मैनेजर से कोई फाइल ओपन करनी हो या फिर डाउनलोड मैनेजर से कोई गाना निकालना हो। राजभान को इन कामों में जरा भी वक्त नहीं लगता। इसी तरह दीपक भी अपने बीए के सिलेबस का ज्यादातर स्टडी मैटेरियल मोबाइल में डाउनलोड कर चुके हैं। ये सब काम वे देखकर नहीं, बल्कि स्पीकिंग एप्लिकेशन के कारण कर पाते हैं।
इस कारण टेक्नोलॉजी ने इस तरह के दिव्यांगों को नई रोशनी देने का काम किया है। डिजिटल प्लेटफॉर्म ने हर वर्ग की जिन्दगी को प्रभावित किया है। इसमें दिव्यांग दृष्टिहीन वर्ग भी धीरे-धीरे शामिल हो चुका है। आज लुई ब्रेल जयंती पर आइए जानते हैं कि किस तरह से डिजिटल प्लेटफॉर्म दिव्यांगों के लिए एक नई रोशनी बनकर सामने आया है।
टेक्नोलॉजी की यह रोशनी न सिर्फ मनोरंजन के साधन के रूप में सामने आ रही है, बल्कि एग्जाम की तैयारी करने और डिग्री दिलवाने तक में मददगार साबित हो रही हैं। इतना ही नहीं अलग-अलग एप्लिकेशन ने मानो उनकी जिन्दगी बदल दी है। जिस तरह स्मार्टफोन कैरी करना हर युवा की पहली पसंद बन चुका है, उसी तरह नेत्रहीनों के बीच भी स्मार्टफोन और टेक्निकल नॉलेज पाने की ललक देखते ही बनती है। इसके लिए उन्होंने फोन को पूरी तरह के स्पीकिंग पर्सन में बदल लिया है।
कॉम्पीटेटिव एग्जाम की तैयारी भी
सुधाकर द्विवेदी, कमलेश साहू भी स्मार्टफोन की मदद से कम्पीटेटिव एग्जाम की तैयारी करते हैं। उनका कहना है कि कई तरह की कम्पीटेटिव एग्जाम देते हैं। कुछ एग्जाम होने वाले हैं, एेसे में प्रिपरेशन के लिए करंट अफेयर्स से जुड़े सवाल मोबाइल पर ही मिल जाते हैं, जिससे पढ़ाई में मदद मिलती है।
स्पीकिंग एप्लिकेशन बेमिसाल
बीए कर रहे राजाराम को अब सिलेबस की पढ़ाई करने के लिए ब्रेल किताबों की जरूरत नहीं पड़ती, क्योंकि उन्होंने स्मार्टफोन पर सिलेबस की हर यूनिट डाउनलोड कर ली है। वे कहते हैं स्मार्टफोन अब पढ़ाई में काफी मददगार साबित होता है। वीरेन्द्र शुक्ला, रमेश कुमार, राम आदि का कहना है कि डिजिटल वल्र्ड अब नेत्रहीनों के लिए काफी सपोर्टिव हो चुका है। किसी भी चीज के लिए स्पीकिंग एप्लिकेशन डाउनलोड करना पड़ता है, जिससे नेट सर्फिंग भी कर सकते हैं।
इस तरह बदली दुनिया
मनोरंजन के लिए मनचाहे गाने सुनना, सिलेबस से जुड़ी जानकारी स्टोर करना, मोटिवेशनल लेक्चर सुनना, रिकॉर्डेड मैसेज भेजना, हर तरह के एग्जाम की प्रिपरेशन करना, हिन्दी में भी नेट सर्फिंग करना, वॉइस कॉल करना।