यातायात विभाग की ओर से शहर के एंट्री और एक्जिट प्वॉइंट पर एएनपीआर (ऑटोमेटिक नम्बर प्लेट रीडर) कैमरे लगवाए गए हैं। पहले चरण में 125 स्थानों पर लगे 609 कैमरों के लिए पुलिस कंट्रोल रूम के सर्वर से कनेक्टिविटी के लिए पुलिस मुख्यालय से बजट का प्रावधान है। मगर ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगवाए गए कैमरों की कनेक्टिविटी में बजट समस्या बनी हुई है। पुलिस सूत्रों की मानें तो इस पर 50 हजार रुपए वार्षिक व्यय का अनुमान है।
वीकल डिटेक्टर पोर्टल से जुड़ेंगे ये कैमरे-
वीकल डिटेक्टर पोर्टल से इन कैमरों को सर्वर को कनेक्ट किया जाएगा। इसमें जिले के साथ-साथ प्रदेश भर के सभी थानों का चोरी गए वाहनों का डाटा होता है। किसी वारदात में प्रयुक्त वाहन की सर्चिंग करनी हो तो उसे भी इसके सर्वर में थाना प्रभारी ही अपलोड कर सकेगा। शहर में लगे ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन कैमरा (एएनपीआर) के सामने से जैसे ही इस तरह के वाहन निकलेगा, कैमरा उसका नंबर पढकऱ अलर्ट मैसेज जारी कर देगा।
टीआइ को पोर्टल पर अपलोड कर सकेंगे डाटा-
शहर और ग्रामीण इलाकों के थाना प्रभारियों को वीकल डिटेक्टर पोर्टल का कोड दिया गया है। वाहन चोरी की रिपोर्ट आने पर एफआईआर के बाद तत्काल ही उस चोरी के वाहन उस पोर्टल में लोड करना होता है। किसी चौराहे से ये वाहन निकलने पर तुरंत कंट्रोल रूम के साथ उक्त टीआई को मैसेज प्राप्त हो जाएगा।
………..
…वर्जन…
ट्रैफिक विभाग की ओर से शहर के एंट्री और एक्जिट प्वॉइंट पर एएनपीआर कैमरे लगाए गए हैं। इससे नो-एंट्री, वाहन चोरी, अपराधिक वारदात वाले वाहनों पर नजर रखने में आसानी होगी।
मयंक सिंह चौहान, डीसपी ट्रैफिक
…वर्जन…
ट्रैफिक विभाग द्वारा शहर में आठ स्थानों पर हाईटेक कैमरे लगवाए गए हैं। इसकी कनेक्टिविटी की प्रक्रिया चल रही है। कनेक्टिविटी होते ही सर्वर रूम से ये कैमरे जुड़ जाएंगे।
प्रांजलि शुक्ला, एसपी रेडियो