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दिसम्बर-जनवरी में ठिठुराएगी पहाड़ी राज्यों से आने वाली सर्द हवा

दिसम्बर-जनवरी में ठिठुराएगी पहाड़ी राज्यों से आने वाली सर्द हवा

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सर्दी शुरू weather sardi

सर्दी शुरू weather sardi

जबलपुर। शहर में भरपूर बारिश भले नहीं हुई, लेकिन इस बार ठंड जोरदार होगी। मानसून की विदाई के बाद दो दिन से मौसम में परिवर्तन आया है। जाड़े का आगाज हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो इस महीने के मध्य तक ठंड असर दिखाने लगेगी। ठंड का यह सीजन कड़ाके की सर्दी वाला होगा। शीतकाल लम्बा होने का अनुमान है। साल की आखिरी और नए वर्ष के पहले महीने में ठिठुराने वाली सर्दी होगी। इस दौरान शीतलहर और ओलावृष्टि मौसम को प्रभावित कर सकती है। बीते वर्ष की तुलना में न्यूनतम स्तर पर पारा और नीचे लुढकऩे की सम्भावना है।

मौसम: इस बार शहर में पड़ेगी कड़ाके की ठंड, महीने के मध्य से दिखाएगी असर

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस बार शीतकाल में ज्यादा दिन तक सर्दी रहेगी। इस समय ला-नीना की स्थिति बन रही है। ला-नीना प्रभाव के कारण ठंड में हवा तेज चलती हैं। इसके कारण शीतकाल लम्बा होने के साथ ही कड़ाके की ठंड पडऩे की सम्भावना है। अनुमान है कि नवम्बर से जम्मू-कश्मीर के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव रहेगा। इसके मैदानी क्षेत्रों की ओर शिफ्ट होने के साथ जाड़े का असर बढ़ेगा। नवम्बर और दिसम्बर के पहले पखवाड़े तक धीरे-धीरे तापमान कम होगा। दिसम्बर के दूसरे पखवाड़े से मकर संक्राति के बीच पहाड़ी राज्यों से आकर सर्द हवा मौसम को और ठंडा बनाएगी।

देरी से विदा हुआ मानूसन
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस बार दक्षिण-पश्चिम मानूसन देर से विदा हुआ है। चार वर्ष बाद मानसून की विदाई में इतना विलम्ब हुआ। लेकिन, दक्षिण-पश्चिम मानसून के लौटने के तीन-चार दिन के अंदर ही हवा की दिशा उत्तरी हो गई है। हिमालय की वादियों में बर्फबारी के साथ हवा की गति जैसे-जैसे बढ़ेगी पारा नीचे जाएगा। जाड़े का असर बढ़ेगा। सर्द हवा मौसम को प्रभावित करेगी।

पारा सामान्य से नीचे आया दिन में भी हवा में घुली ठंडक
हवा का रुख बदलने के साथ शहर में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। मौसम अब धीरे-धीरे ठंडा हो रहा है। शरद पूर्णिमा की शीतल रात से पारे में आई नरमी शनिवार को बनी रही। शुक्रवार की अपेक्षा शनिवार को उत्तर दिशा से आने वाली हवा की गति बढ़ गई। इससे दिन में भी हवा में हल्की ठंडक बनी रही। तापमान में गिरावट के साथ शनिवार को पारा सामान्य से नीचे चला गया। बदलाव ने सर्द मौसम के आगाज का अहसास कराया।

अधारताल स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 30.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस था। यह सामान्य के बराबर था। शनिवार को पारा लुढकऱ अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस हो गया। यह सामान्य के बराबर बना रहा। न्यूनतम स्तर पर तापमान कम होकर 16.4 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से एक डिग्री कम बना रहा। हवा का रुख उत्तरी होने के दूसरे दिन ही पारा सामान्य से नीचे आया गया।