
पुलवामा अटैक: बेटे का शौक था सेना में जाना, शहीद होने की खबर पर बिलखती मां ने कहा- मेरा बेटा लौटा दो
जबलपुर. गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में मध्यप्रदेश के जबलपुर में रहने वाले अश्वनी काछी भी शहीद हो गए हैं। वो खुड़ावल सिहोरा गांव के रहने वाले थे। शहीद अश्विनी अपने परिवार में सबसे छोटे थे। अश्विनी के घर में माता-पिता के अलावा पांच भाई-बहन हैं। मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने ट्वीट कर शहीद अश्वीनी कुमार को श्रद्धांजली दी है। शहीद अश्वीनी कुमार सीआरपीएफ की 35 बटालियन में पदस्थ थे। शहादत की खबर गुरुवार रात पिता को फोन पर मिली, तो वे अवाक रह गए।
पिता ने परिजनों को दी बेटे के शहीद होने की खबर
पिता ने अपने बेटे के शहीद होने की खबर परिजनों को दो। खुद को सम्भालते हुए परिवार का हौसला भी बढ़ाने लगे। इस कायराना हमले को लेकर परिवार सहित पूरा गांव आक्रोशित है।
बचपन से सेना में जाने का था शौक
शहीद अश्विनी को बचपन से सेना में जाने का शौक था। इस गांव के 80 के लगभग युवक सेना, बीएसएफ, आरपीएफ सहित अन्य बलों में भर्ती होकर देशसेवा कर रहे हैं। शहीद अश्विनी को बचपन से ही सेना में भर्ती होने का शौक था। राजस्थान में ट्रेनिंग पूरी होने के बाद छह महीने पहले ही वे जम्मू-कश्मीर में तैनात हुए थे। वह पढ़ाई के दौरान ही एनीसीसी की ट्रेनिंग ले चुके थे। घर में इकलौते अश्वनी को ही सरकारी नौकरी मिली थी। बेहद साधारण परिवार के अन्य सभी सदस्य मजदूरी पर निर्भर हैं। मां बीड़ी मजदूर हैं।
क्या कहा राकेश सिंह ने
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, कायराना आतंकी हमले में जबलपुर जिले के सपूत श्री अश्विनी कुमार कांछी भी शहीद हुए हैं। भारत माता के लिए उनके सर्वोच्च बलिदान को हम कभी नहीं भुला सकेंगे। उनके श्री चरणों में मेरा शत-शत नमन।
Updated on:
15 Feb 2019 09:23 am
Published on:
15 Feb 2019 09:18 am
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