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गायब हो गए एमपी के बड़े अफसर, दो दिनों से कोई अता-पता नहीं, मोबाइल भी बंद

Deputy Commissioner Jagdish Sarwate missing - एमपी के एक बड़े अफसर गायब हो गए हैं। दो दिनों से उनका कोई अता-पता नहीं है।

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Deputy Commissioner Jagdish Sarwate missing for two days

Deputy Commissioner Jagdish Sarwate missing for two days

Deputy Commissioner Jagdish Sarwate missing - एमपी के एक बड़े अफसर गायब हो गए हैं। दो दिनों से उनका कोई अता-पता नहीं है। अफसर का मोबाइल भी बंद है। जबलपुर में ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ) के जाल में फंसे आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे गुरुवार से गायब हैं। ईओडब्ल्यू की टीम ने जब उनको पूछताछ के लिए कार्यालय बुलाने का प्रयास किया तो पता चला कि वह घर पर नहीं है। टीम ने उनको फोन लगाया, तो बंद मिला। शुक्रवार देर शाम तक उसका पता नहीं चल सका। ऐसे में ईओडब्ल्यू के अधिकारियों की मुसीबत बढ़ गई है। उसके संभावित ठिकानों पर गोपनीय रूप से जांच कर उसका पता लगाया जा रहा है। इधर, जांच में डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे और उसके परिजनों के दस और बैंक खातों तथा बांधवगढ़ में भी रिसोर्ट व जमीन मिलने की बात सामने आई है।

22 जुलाई को छापामारी

ईओडब्ल्यू की टीम ने 22 जुलाई को जगदीश सरवटे के शंकर शाह नगर स्थित सरकारी आवास समेत अधारताल और भोपाल में छापामारी की थी। वहां से जमीनों के दस्तावेज और पांच करोड़ 89 लाख 95 हजार 624 रुपए की संपत्ति की जानकारी सामने आई थी। इसके बाद मंडला के कान्हा नेशनल पार्क में भी एक रिसोर्ट और जबलपुर मंडला मार्ग पर एक रेस्टॉरेन्ट होने की बात सामने आई थी। वहीं गोरखपुर थाने में उसके खिलाफ आबकारी एक्ट की धाराओं के तहत भी प्रकरण दर्ज किया गया था।

एक और एफआईआर दर्ज

ईओडब्ल्यू की टीम ने उसके घर से लाखों रुपए की बेशकीमती शराब जब्त की थी। इसकी सूचना बुधवार रात गोरखपुर पुलिस को दी गई। गोरखपुर पुलिस ने शराब जब्त कर ईओडब्ल्यू के प्रतिवेदन के आधार पर सरवटे के खिलाफ आबकारी एक्ट की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है।

रामपुर से अधारताल ले गए, फिर छोड़ा तो हुआ गायब

ईओडब्ल्यू की टीम छापामारी के बाद सरवटे को रामपुर से अधारताल स्थित उसके घर ले गई थी। यहां उससे पूछताछ की। दस्तावेज जब्त किए। इसके बाद उसे छोड़ दिया गया था, लेकिन फिर जैसे ही उसे गोरखपुर थाने में एफआईआर की जानकारी लगी तो वह गायब हो गया।