इस बीच बाल कल्याण समिति और चाइल्ड लाइन की टीम को जानकारी मिली तो बाल कल्याण समिति के सदस्य अरुण जैन, चाइल्ड लाइन के पवन सोनी, परवीक्षा अधिकारी अनिल पांडेय व सम्प्रेक्षण गृह के अनुज भी पहुंचे। टीम के सदस्यों ने जायजा लिया। पाया कि महिला बच्चियों को पालने में असमर्थ है। उनका जीवन असुरक्षित है। कमेटी ने तत्काल बच्चों को मातृछाया पहुंचाने का निर्णय लिया। सीडब्यूसी सदस्य जैन के अनुसार देर रात तक महिला को होश नहीं आया था। बच्चों को मातृछाया पहुंचा दिया गया है।