जांच में दोषी पाए जाने के बाद निलंबन
28 दिसंबर 2020 को संयुक्त संचालक कार्यालय में पदस्थ महिला प्रभारी संचालक ने एक पोर्न फिल्म की क्लिप विभाग के अफसरों और प्राचार्यों के लिए बनाए गए सोशल मीडिया ग्रुप में भेज दी थी। जिससे हड़कंप मच गया था और आनन फानन में मामले की विभागीय जांच के आदेश दिए गए थे। विभागीय जांच के दौरान महिला अधिकारी को इंटरनेट मीडिया पर अश्लील फिल्म की क्लिप भेजने का दोषी पाया गया है। जिसके बाद संभागीय संचालक कार्यालय ने महिला प्रभारी संचालक को निलंबित कर दिया है। निलंबन के साथ ही महिला अधिकारी को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अटैच कर दिया गया है।
महिला अधिकारी ने क्लिप भेजने से किया इंकार
एक तरफ जहां विभागीय जांच में महिला अधिकारी को पोर्न क्लिप सोशल मीडिया ग्रुप में शेयर करने का दोषी पाया गया है तो वहीं महिला अधिकारी ने अश्लील क्लिप भेजने के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि उन्होंने कोई अश्लील क्लिप ग्रुप में नहीं भेजी थी और ये उन्हें फंसाने के लिए रची गई किसी की साजिश है।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं बता दें कि इससे पहले भी मध्यप्रदेश में इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं जब ऑनलाइन क्लास या फिर अधिकारी कर्मचारियों के सोशल मीडिया ग्रुप पर अश्लील वीडियो क्लिपिग भेजी गई हैं। बता दें कि बीते साल सितंबर के महीने में मध्यप्रदेश के श्योपुर में ऑनलाइन क्लास के दौरान अचानक पोर्न वीडियो चल गया था । ऑनलाइन क्लास के दौरान पोर्न वीडियो चलने से बच्चे हैरान रह गए थे और माता-पिता को बताया जिसके बाद घटना से हैरान अभिभावकों ने तुरंत बच्चों से मोबाइल छीने और उन्हें बंद कर दिया था। इस घटना को लेकर अभिभावकों ने खासी नाराजगी जाहिर करते हुए शिक्षकों को जमकर खरी-खोटी भी सुनाई थी। विस्तार से पढ़ें पूरी खबर-