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खास थे भाजपा के ये नेता, 50 मिनट बोले, बीमारी का अहसास भी नहीं होने दिया था

स्मृति शेष: 18 नवम्बर को प्रबुद्धजन सम्मेलन में आए थे जेटली

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arun jaitley

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जबलपुर। पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली की जबलपुर से भी कुछ यादें जुड़ी हैं। वे 18 नवम्बर 2018 को जबलपुर के प्रबुद्धजन सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे। सेहत अच्छी नहीं होने के बावजूद वे यहां पचास मिनट बोले थे। देश की अर्थव्यवस्था से लेकर केंद्र सरकार के फै सलों समेत अन्य विषयों पर पूछे गए बीस से ज्यादा सवालों का जवाब दिया। इस दौरान चेहरे पर प्रसन्नता के भाव ने उनके बीमार होने का जरा भी अहसास नहीं होने दिया।

बदल गए सवाल यही सफलता है
प्रबुद्धजन सम्मेलन में मंच संचालन करने वाले डॉ. जितेंद्र जामदार ने बताया कि कार्यक्रम के बाद एयरपोर्ट से रवाना होने के दौरान उन्होंने विमान में चढ़ते हुए कहा की 2004 में जब आया था, उस वक्त सवाल सड़क, बिजली, पानी व मूलभूत इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर पूछे गए थे। लेकिन, पंद्रह साल बाद जबलपुर में जो भी सवाल पूछे गए वे देश की तरक्की को लेकर थे, यही हमारी सरकार की सफलता है। उन्होंंने जाते हुए कहा कि यहां के लोग बहुत अच्छे हैं।
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प्रदेश अध्यक्ष ने कहा अपूर्णीय क्षति
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा किपूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का निधन अपूर्णीय क्षति है। देश ने मूल्य आधारित राजनीति करना वाला राजनेता खो दिया है। वे विश्वस्तरीय कानूनविद् भी थे। वे चाहे विपक्ष में रहे हों या सत्ता में अनुभव, ज्ञान और तर्कों पर आधारित उनके वक्तव्य उनकी अद्वितीय विशेषता थे। जेटली सदैव अपने काम के लिए याद किए जाएंगे।