एक ओर राजस्व वसूली के लिए नगर निगम शिविर पर शिविर लगा रहा है। ताकि उसका खजाना भर सके। वहीं दूसरी ओर खजाने को संरक्षित व सुरक्षित रखने के बजाये ऐसे कामों में खर्च कर रहा है, जो उसके कर्मचारी स्वयं कर सकते हैं। लेकिन वह कर्मचारियों को आराम देकर, निजी संस्थाओं को लाखों रुपए देकर काम करवा रहा है। नगर निगम द्वारा संचालित नि:शुल्क नल कनेक्शन योजना से निगम को लाखों रुपए की चपत लगनी तय है। निगम सैकड़ों लोगों का स्टाफ होने के बावजूद निजी संस्थाओं की मदद ले रहा है। इसके एवज में संस्थाओं को प्रति आवेदन 29 रुपए और कनेक्शन पर 450 रुपए का भुगतान किया जा रहा है। एक अप्रैल से चलाए जा रहे इस अभियान में अब तक 30 हजार आवेदन निगम को प्राप्त हो चुके हैं।