
Twitter,Facebook,Instagram,fake ID,Do not sell fake ID SIM otherwise Will be strict legal action,fake id on social media,
जबलपुर. सोशल मीडिया दायरा, जितना दिनों-दिन बढ़ रहा है, उतनी ही इससे जुड़ी वारदातें भी बढ़ती जा रही है। हाल ही हुई नाबालिग के साथ घटना सोशल मीडिया के कारण ही हुई है। लड़कों द्वारा लड़कियों से फेक आइडी के जरिए चैटिंग करके उनके साथ इस तरह का काम किया जाता था। इसका सीधा कारण लड़कियों का सोशल अकाउंट को जहां अधिक पर्सनल बनाना था और साथ ही सेफ्टी टूल्स में ही कौताही बरतना था। इस घटना का उदाहरण लेते हुए यह जरूरी है कि सोशल मीडिया पर पर्सनल चीजों की शेयरिंग पर अब ब्रेक लगाया जाए।
प्रोटेक्ट गार्ड से करें सिक्योर
साइबर एक्सपर्ट मनीष पाण्डे का कहना है कि फेसबुक पर इन दिनों सबसे Óयादा फेक एकाउंट्स शामिल हैं। लोग महज चैटिंग के उद्देश्य से इस तरह की आइडीज को बनाते हैं और फिर तरह-तरह की वारदातों को भी अंजाम देते हैं। शहर में विगत दिन हुई घटना भी फेसबुक से ही जुड़ी हुई है। इसके लिए जरूरी है कि महिलाएं अपनी फोटोज में प्रोटेक्ट गार्ड टूल से सिक्योर करें, ताकि कोई फोटोज को न ही डाउनलोड कर सकें और न ही इसका स्क्रीन शॉट ले सके।
ऐसे जानें फेक आइडी
यूजर्स प्रोफाइल - यूजर्स की प्रोफाइल फोटोज और उसकी पिछली फोटोज को देखना चाहिए। यदि कोई फोटो लगा है कि उसे गूगल इमेज सर्च में जाकर देखें, जिसका यह फोटोज होगा उसकी ओरिजनल लोकेशन शो करेगा।
अबाउट सर्च - फेक आइडीज वाले अबाउट में ज्यादा कुछ मेंशन नहीं करते, लेकिन रियल आइडी में बेसिक इन्फो, वर्क इन्फो, एजुकेश, फैमिली और दूसरी डिटेल्स शामिल रहती हैं।
एक्टिविटीज - पेज एक्टिविटी में जाकर यह देख सकते हैं कि यूजर्स ने कौन से पेज और कौन सा ग्रुप लाइक किया है, क्योंकि फेक आइडी सिर्फ चैटिंग करते हैं और एक्टिविटी में कुछ नहीं करते।
टाइमलाइन - ज्यादातर फेक आइडीज की टाइम लाइन पर कुछ पोस्ट नहीं होता, क्योंकि इनकी आइडी ही सिर्फ चैटिंग के लिए बनाई जाती है। एेसे में यह टाइमलाइन पर ध्यान नहीं देते।
बर्थडे - फेक आइडी के यूजर्स अपना बर्थडे और वर्क प्लेस कुछ अलग ही ढंग में दर्ज करते हैं।
Published on:
15 Jul 2019 09:29 am
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