
Evaluation of answer books of board examinations from 20
जबलपुर. स्टूडेंट्स कॉलेज की परीक्षाओं के लिए पूरी तरह पढ़ाई में जुट गए हैं। अप्रैल मंथ में कॉलेजों में इयरली सिस्टम और सेमेस्टर सिस्टम दोनों की ही परीक्षाएं होंगी और इसके प्रैक्टिकल एग्जाम की शुरुआत हो चुकी है। स्टूडेंट्स भी फाइनल एग्जाम की तैयारी में पूरी तरह जुट गए हैं और एग्जाम में अच्छे माक्र्स लाने के लिए वे पढ़ाई कर रहे हैं। इसके लिए वे कॉलेज की लाइब्रेरी पहुंचकर टाइम स्पेंड कर रहे हैं तो वहीं कॉलेज के कॉरिडोर में बैठकर ग्रुप स्टडी का फंडा आजमा रहे हैं। खास बात यह है कि उनके पास अब केवल एक महीना शेष रह गया है और वे इसमें हर तरह के पेंडिंग काम पूरे कर अपना नोट्स कंपलीट कर रहे हैं।
स्टूडेंट्स सेट करें टाइम मैनेजमेंट
अक्सर स्टूडेंट की शिकायत होती है कि वह पेपर सॉल्व नहीं कर पाए या पेपर लैंदी आया था। इस वजह से कुछ सवाल छूट गए, ऐसा कुछ नहीं है, पेपर टाइम लिमिट के हिसाब से ही सैट किए जाते हैं। स्टूडेंट्स को चाहिए कि वह एग्जाम में पेपर सॉल्व करते वक्त यह ध्यान रखें कि जो सवाल जितने माक्र्स का पूछा गया है, उसका उतना ही जवाब लिखें। ज्यादातर स्टूडेंट्स कम माक्र्स के सवाल में लंबा चौड़ा आंसर लिख देते हैं, जिसका कोई मतलब नहीं रह जाता और टाइम वेस्ट होता है। इसके अलावा अब केवल 1 महीना बाकी रह गया है। स्टूडेंट्स इस एक महीने में भी टाइम मैनेजमेंट रखें। कठिन विषय पर अधिक फोकस करें। सरल विषयों पर थोड़ा समय दें।
रटकर नहीं समझ कर पढ़ें
कॉलेज लेवल में सवालों की संख्या अधिक होती है और जवाब भी कभी-कभी लैंदी होते हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स को चाहिए कि वह किसी भी टॉपिक को समझ कर पढ़ें। चैप्टर या टॉपिक को रटने की बजाय उसे समझकर पढऩे से वह ज्यादा समय तक याद रहता है।
स्टूडेंट्स निपटाएं पेंडिंग काम
स्टूडेंट्स अब अपने पेंडिंग काम निपटा कर उसे कंप्लीट करें। जो नोट्स अधूरे हैं, उसे पूरा करें और अभी से ही पढ़ाई में जुट जाएं। डॉ. सुलेखा मिश्रा बताती है कि कुछ सवाल ऐसे हैं, जिन्हें समझने में अधिक वक्त लगता है। ऐसे कठिन विषयों का फ्लो चार्ट तैयार करें और उन्हें घर पर लगा कर रखें। उन पर लगातार ध्यान दें, ताकि फ्लो चार्ट की मदद से आप किसी भी टॉपिक को आसानी से समझ पाएंगे।
ऐसे करें तैयारी
- रोजाना कुछ टॉपिक डिसाइड करें और टार्गेट के हिसाब से उसकी तैयारी करें।
- नोट्स कम्प्लीट करें।
- पुराने पेपर्स सॉल्व करें।
- लगातार तीन घंटे बैठकर एग्जाम देने की सिटिंग बनाएं।
प्रैक्टिकल में बीत रहा दिन
स्टूडेंट्स का दिन प्रैक्टिकल क्लासेज में बीत रहा है। खासतौर पर साइंस स्टूडेंट्स पूरा वक्त लैब में बिता रहे हैं। पहले वे सीसीइ की परीक्षा से गुजरेंगे। अंशिका द्विवेदी ने बताया कि यूजी के साथ-साथ पीजी के भी प्रैक्टिकल चल रहे हैं। सीसीइ के साथ-साथ फाइनल एग्जाम की स्टे्रटजी भी बनाकर चलनी पड़ रही है।
लाइब्रेरी में पहुंच रहे स्टूडेंट्स
एग्जाम की प्रिपरेशन की टेंशन स्टूडेंट्स के बीच साफ दिखाई दे रही है। वे कॉलेज की लाइब्रेरी, रीडिंग रूम या कॉमन रूम में बैठकर पढ़ रहे हैं। लाइब्रेरी में आसानी से किताबें भी मिल रही हैं, इस वजह से नोट्स बनाने के लिए परफेक्ट प्लेस स्टूडेंट्स को वही दिख रही है।
Published on:
30 Mar 2019 06:26 pm
बड़ी खबरें
View Allजबलपुर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
