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इटारसी कांड: रेलवे जांच टीम ने कहा खुद खिड़की पर लटका था सुमित

गुर्रा से ट्रेन छूटने के बाद यात्रियों ने भीतर से बांधा था ताकि गिर न जाए, पमरे की उच्च स्तरीय कमेटी ने पूरी की जांच भेजी गई रिपोर्ट

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awkash garg

Apr 12, 2016

sumit kachhi

sumit kachhi

जबलपुर। मुंबई जा रही 12142 अप सुपरफास्ट ट्रेन के एस-2 कोच की खिड़की पर बंधी हुई स्थिति में बेरहम पिटाई का शिकार हुआ सुमित नामक युवक खुद खिड़की पर खड़ा हुआ था। वह खिड़की पर खड़े होकर कोच के एक सिरे से दूसरे सिरे तक लगने वाली पानी की लंबी पट्टी को पकड़कर आ-जा रहा था। यह हम नहीं बल्कि रेलवे की उच्च स्तरीय कमेटी कह रही है। रेलवे की उच्च स्तरीय जांच कमेटी ने दावा किया है कि सुमित को इटारसी से लगभग दस किमी पहले गुर्रा स्टेशन पर या इटारसी आउटर पर टे्रन खड़ी होने के दौरान यात्रियों ने इसलिए भीतर से बांध दिया था, ताकि वह गिर न जाए। रेलवे ने अपनी रिपोर्ट में सुमित को मानसिक रूप से विक्षिप्त भी बताया है। सीपीआरओ सुरेन्द्र यादव ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि जोन मुख्यालय के डिप्टी सीएससी अखिलेश चंद्रा, डिप्टी सीओएम कोचिंग आनंद कुमार, डिप्टी सीसीएम प्रियंका दीक्षित तथा डिप्टी सीएमई ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है। जिसे जीएम रमेश चंद्रा द्वारा रेलवे बोर्ड भी भिजवा दिया गया है।

रेलवे के दावे के मुख्य बिंदू
- स्पीडोमीटर चार्ट में भी जबलपुर से छूटकर सीधे गुर्रा में रुकी टे्रन
- इंजन के जीपीएस मैसेज से भी गुर्रा में रुकने की जानकारी आई सामने
- एस-3 कोच की खिड़की में देखा था सोनतलाई के प्वाइंट्समैन ने
- एस-2 कोच की खिड़की में पिटाई का वीडियो हुआ वायरल
- सोनतलाई के बाद गुर्रा में खिड़की पर नहीं पाया गया सुमित
- एस-2 कोच के यात्रियों ने रास्ते में न बांधे जाने का दिया बयान
- सुमित को किसी ने लटकाया नहीं, इटारसी में पिटाई जरूर हुई
- पिटाई के दौरान सुमित चिल्ला रहा था बैग एस-3 में है, छोड़ दो, दे दूंगा
- सुमित बिना टिकट कर रहा था यात्रा

1. रेलवे जांच कमेटी की ये रिपोर्ट
- जांच रिपोर्ट के आधार पर 25 मार्च को जबलपुर से छूटने के बाद ट्रेन गुर्रा स्टेशन पर 25 मिनट रुकी थी। इसके बाद इटारसी स्टेशन पर प्रवेश के पहले भी आऊटर पर टे्रन दस मिनट ठहरी थी। एस-2 बोगी के यात्रियों, ट्रेन के ड्राइवर, गार्ड, स्टेशन मास्टरों, गेटमैनों, प्वाइंट्समैन और गुजरात में जेल में बंद सुमित के बयान लिए गए हैं। इसमें कहीं भी सामने नहीं आया है कि जबलपुर से इटारसी तक सुमित को खिड़की पर लटकाकर पीटते हुए ले जाया गया था। पानी पीने को लेकर मारपीट की बात भी जांच में सामने नहीं आई है।

2. प्वाइंट्समैन ने भी उसे लटका देखा
- जांच में सामने आया है कि जब ट्रेन सोनतलाई स्टेशन से गुजर रही थी, तब सुमित पूरे कपड़े पहने हुए एस-3 कोच की खिड़की पर खड़ा था। वह कोच के ऊपरी हिस्से की ओर बारिश के पानी के लिए बनाई जाने वाली पट्टी को पकड़े हुए था। सोनतलाई से ट्रेन गुजरने के दौरान वहां के प्वाइंट्समैन ने सुमित को आवाज भी दी थी कि ...अरे मरेगा क्या। इसकी जानकारी तत्काल गुर्रा स्टेशन मास्टर व रेलवे कंट्रोल को दी गई, लेकिन टे्रन के गुर्रा पहुंचने पर एस-3 कोच पर वह नहीं पाया गया।

3. गुजरात भी गई टीम
- आरपीएफ ने गुजरात के बड़ोदरा स्थित जेल में एक महिला पर हमले के आरोप में बंद सुमित के बयान भी लिए हैं। सीपीआरओ का कहना है कि सुमित को मेंटली डिस्टर्ब भी पाया गया है। उसे एस-2 कोच की खिड़की के बाहर खड़ा देखकर यात्रियों ने भीतर से पैरों को खिड़की से बांध दिया था, ताकि वह नीचे गिरकर हादसे का शिकार न हो जाए।

क्या था मामला
सुमित के ट्रेन के एस-2 कोच की खिड़की में बंधी हुई अवस्था में पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया था। इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने रेलवे बोर्ड चेयरमैन को नोटिस भी जारी किया था। वहीं घटना वाले दिन मारपीट की धारा का अपराध दर्ज करने वाले जीआरपी भी हरकत में आ गई थी। वहीं सामने आया था कि बेरहमी का शिकार हुआ सुमित बड़ोदरा पहुंच गया है और वहां आधी रात को एक घर में घुसकर उसने एक महिला पर हमला भी कर दिया है।

वीडियो देखें क्या हुआ था -

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