जबलपुर के संजीवनी नगर थाना क्षेत्र में 13 साल के बालक के अपहरण के बाद दहशत का माहौल है। अपहरण के थोड़ी देर बाद ही बच्चे की मां के पास अपहरण कर्ताओं का फोन आया है। हालांकि अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम कहां और कब देना है इसकी जानकारी नहीं दी है।
आखिरी लोकेशन मिली
बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ता बच्चों को कार में ले गए हैं। कुछ स्थानों के सीसीटीवी फुटेज देखकर कार की आखिरी लोकेशन दोहलपुर थाना क्षेत्र में मिली है। शुक्रवार को सुबह खबर लिखे जाने तक पुलिस की कई टीमें अपहरण करने वालों की तलाश में जुटी थी।
पैसा लाओ और बेटे को छुड़ा ले जाओ
संजीवनी नगर के थाना प्रभारी भुमेश्वरी चौहान के मुताबिक धनवंतरी निवासी किराना व्यापारी का बेटे के अपहरण की सूचना मिली थी। गुरुवार शाम को वह अपनी मां से पास की दुकान से चिप्स-बिस्किट लाने की जिद कर रहा था। बालक को उसकी मां ने 50 रुपए देकर जल्दी घर आने को कहा था, लेकिन कुछ देर बाद ही उसकी मां के मोबाइल फोन पर अज्ञात लोगों का धमकी भरा फोन आया। फोन करने वाले पैसा मांग रहे थे, वे कह रहे थे कि पैसा ले आओ और बेटा ले जाओ। इस फोन के बाद बच्चे के परिजनों ने धनवंतरी थाने में पहुंचकर सूचना दी।
तलाश में जुटी पुलिस
इस खबर के बाद पुलिस खोजबीन में जुट गई है। पुलिस ने शहर में कई स्थानों पर नाकेबंदी कर हर वाहनों पर नजर रखी जा रही है। घर के आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी जुटाए जा रहे हैं। दूसरी ओर परिजन भी रिश्तेदारों के यहां बालक की तलाश कर रहे हैं। स्कूल के दोस्तों के नंबर भी खोजते रहे। उनका कहना है कि यदि बालक अपहृर्ताओं के चुंगल से छूट जाएगा तो किसी दोस्त से भी संपर्क कर सकता है।
गौरतलब है कि पुलिस ने धनवंतरि नगर की एक किराना दुकान व जनरल स्टोर्स के संचालक से बालक के आने-जाने और खाद्य सामग्री लेने के बारे में पूछताछ की है। हालांकि दुकानदार बालक की जानकारी नहीं दे सका।
लगातार आ रहे मामले
अक्टूबर के पहले सप्ताह में ही छिंदवाड़ा पुलिस ने जबलपुर से अपहरण कर ले गए बच्चे को बचाया था। अपहरणकर्ता उसे मुंबई में बेचने की फिराक में थे। जबलपुर के बरगी थाना क्षेत्र के रहने वाले राजेश बरकड़े का तीन माह का बेटा है। दादरगांव से 18 सितंबर को बच्चा अचानक गायब हो गया था। जबलपुर पुलिस ने छिंदवाड़ा पुलिस के कुंडीपुरा थाना और देहात थाने के चिनिंदा पुलिसकर्मियों को बच्चे की तलाश में लगाया था। इसके बाद अन्नपूर्णा माता मंदिर के पास से बच्चे को बरामद कर दंपती को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए आरोपियों ने बताया था कि वे बच्चे को मुंबई में बेचना चाहते थे।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी शुक्रवार को जबलपुर में ही हैं। उनके आने के एक दिन पहले ही शहर में यह बड़ी घटना सामने आई है। इससे पहले भी कई बार अपहरण के मामले जबलपुर से आ चुके हैं।