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पांच साल से बंद पड़ी नल जल योजना

गोरहा गांव में पेयजल संकट, आधे से ज्यादा हैंडपंप बंद, ग्रामीण दूर से ढोकर ला रहे पीने का पानी

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Jal Jeevan Yojana will end the water crisis in the village, every household will have a tap by 2024

जल जीवन योजना की जिपं अध्यक्ष ने की समीक्षा

सिहोरा। जनपद पंचायत मझौली की ग्राम पंचायत मुख्यालय गौरहा में पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है। पांच साल पहले बनी नल जल योजना ठप है। गांव में लगे दो दर्जन हैंडपंपों में आधे बंद हैं। ग्रामवासी दूर के जल स्रोतों से पीने के पानी ढोने के लिए मजबूर हैं। ग्राम वासियों का आरोप है कि ग्राम पंचायत के निवर्तमान सरपंच की नल जल योजना चालू करने में रुचि नहीं होने से यह संकट बना है। ग्रामीण बलराम विश्वकर्मा ने बताया कि हर वर्ष गर्मी में पानी का संकट खड़ा हो जाता है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अमले द्वारा बिगड़े हैंडपंप का सुधार नहीं कराया जा रहा है। ग्राम के शिवराज लोधी, आनंद पटेल, अजय सेन ने बताया कि 5 वर्ष पहले मध्य प्रदेश शासन के तत्कालीन मंत्री अजय विश्नोई के प्रयास से एक करोड़ की लागत से नल जल योजना की स्वीकृति दी थी। नल जल योजना का काम पूरा होने के बाद नई टंकी से पानी का रिसाव होने से योजना शुरू नहीं हो सकी। तबसे योजना ठप है।
खितौला में भी पेयजल संकट
खितौला बस्ती क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 18 में एक माह से पेयजल संकट को लेकर आक्रोशित वार्ड वासियों ने बुधवार को हंगामा किया। इसकी सूचना पाकर पड़ोसी वार्ड क्रमांक 17 के पार्षद पहुंचे। उन्होंने इसकी सूचना नगर पालिका जल प्रदाय विभाग के उपयंत्री को दी। सम्बंधित अधिकारी और विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने जल संकट दूर करने के लिए क्षेत्रवासियों से चर्चा की। वार्ड 17 के पार्षद शेख शहीद ने बताया कि वार्ड 18 में पेयजल संकट बनने लगा है। वार्ड निवासी मोहम्मद नसीम मोहम्मद सुब्रति रहमुद्दीन खान, शेख सलीम शेख जलील मोहम्मद नवाब मंसूरी मोहम्मद इरशाद मंसूरी मोहम्मद इस्लाम ने बताया उन्होंने नगरपालिका को कई बार आवेदन दिया है। नगरपालिका ने उन पर ध्यान नहीं दिया। नगर पालिका जल प्रदाय विभाग के उपयंत्री नमन श्रीवास्तव ने प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर पाइपलाइन विस्तार का निर्णय लिया। तब तक क्षेत्र में पेयजल टैंकर से पेयजल आपूर्ति कराने के निर्देश दिए।