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घाटों को गंदा और जल को दूषित कर रही श्रद्धालुओं की ‘उतरन’, बिखरे पड़े जगह-जगह बाल

घाटों को गंदा और जल को दूषित कर रही श्रद्धालुओं की 'उतरन', बिखरे पड़े जगह-जगह बाल

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  • लम्हेटा घाट में अराजक हालात, लोग आकर छोड़ रहे गंदे पुराने कपड़े
  • पॉलीथिन का भी हो रहा जमकर उपयोग
  • मुंडन के बाद बालों को भी खुले में फेंका जा रहा

Lamheta Ghat : नवग्रह कुंडों के लिए प्रसिद्ध नर्मदा का लम्हेटाघाट इन दिनों अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। यहां अस्थि विसर्जन से लेकर अन्य कर्मकांड कराने के लिए आने वाले अपनी उतरन छोडकऱ न केवल घाट को गंदा कर रहे हैं, बल्कि पवित्र जल को भी दूषित कर रहे हैं। स्वच्छता के नाम पर यहां केवल गंदगी ही दिखाई दे रही है। अराजक माहौल में सबसे ’यादा वे लोग परेशान हो रहे हैं जो यहां दर्शन स्नान के लिए आते हैं।

Lamheta Ghat : पूरे घाट पर बिखरी पड़ी उतरन

लम्हेटाघाट का गयाजी कुंड अस्थि विसर्जन के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो गंगा के गयाजी नहीं जा पाते हैं, उनकी अस्थियां नर्मदा के इस तट पर विसर्जित करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके अलावा शनि व पितृदोष निवारण के पूजन भी यहां कराने की मान्यता है। इसी के चलते न केवल शहर बल्कि आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में लोग अपने परिजनों की अस्थियां विसर्जित करने के लिए पहुंचते हैं। जो कि पूजन पश्चात अपने पुराने कपड़े घाट पर ही छोडकऱ चले जाते हैं।

Lamheta Ghat : बाल बिखरे पड़े पूरे घाट पर

वैसे तो घाट पर स्थानीय नाई पूरे समय उपस्थित रहते हैं जो मुंडन के बाद बालों को व्यवस्थित रूप से उठा लेते हैं, लेकिन मुंडन कराने के लिए अपने साथ नाई लेकर आने वाले कहीं भी बैठ रहे हैं, जिससे पूरे घाट पर बाल बिखरे पड़े हैं। उन्हें उठाने की कोई व्यवस्था नहीं है।

Lamheta Ghat : शौचालय के टूटे दरवाजे, नहीं दूसरी व्यवस्था

महिलाओं कपड़े बदलने के लिए बनाए गए चैंजिंग रूम से भी दरवाजे गायब हो चुके हैं। चोरी गए दरवाजों की न तो रिपोर्ट लिखाई गई है और न ही दूसरे लगवाने के लिए स्थानीय पार्षद, नगर परिषद के अधिकारी ही आगे आ रहे हैं। मजबूरी के चलते महिलाओं को खुले में ही कपड़े बदलने पड़ रहे हैं।

Lamheta Ghat : एक बार लगती है झाड़ू

स्थानीय लोगों ने बताया पूरे घाट में सुबह के समय केवल एक बार ही झाड़ू लगाई जाती है। एक ही सफाई कर्मचारी के भरोसे पूरा घाट है। वह भी आकर औपचारिकता पूरी करता है। कचरे को यहां वहां फेंककर चला जाता है।

Lamheta Ghat : पॉलीथिन से अटा पड़ा पूरा परिसर

घाट पर जमकर पॉलीथिन का उपयोग भी हो रहा है। प्रतिबंधित पानी के पाउच की बिक्री भी खुलेआम हो रही है। लोग उपयोग करने के बाद उन्हें यहीं फेंककर चले जाते हैं। जिससे पूरा परिसर पॉलीथिन से अटा पड़ा है।

Lamheta Ghat : स्थानीय नाई और पुरोहित प्रतिदिन यहां आने वालों से अपील करते हैं, कि घाट पर कहीं भी पुराने कपड़े न फेकें, मुंडन करवाने के लिए स्थान निश्चित है, वहीं कराएं। इसके बावजूद लोग नहीं मानते हैं। जिनका खामियाजा यहां आने वालों को भुगतना पड़ रहा है। गंदगी की मुख्य वजह यहां पूजन अनुष्ठान के लिए आने वाले लोगों की लापरवाही है।

  • मोनू दुबे, स्थानीय नागरिक

Lamheta Ghat : लम्हेटाघाट बहुत महत्वपूर्ण घाट है। इसकी स्व‘छता के लिए जागरुकता अभियान चलाया जाता रहा है। लोगों को भी समझना होगा कि यहां पुराने कपड़े, बाल आदि फेंक कर इसे दूषित न करें। जल्द ही हमारी पूरी परिषद यहां स्व‘छता अभियान चलाएगी और लोगों से घाट को साफ रखने की अपील भी करेगी। पूरे घाट को जल्द ही व्यवस्थित करेंगे।

  • चतुर सिंह लोधी, अध्यक्ष, भेड़ाघाट नगर परिषद

Lamheta Ghat : लोगों को जागरुक करने के साथ ही लम्हेटाघाट में गंदगी करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। व्यवस्थित मुंडल स्थल बनाएंगे ताकि पूरे घाट पर समस्या न हो।

  • विक्रम झारिया, सीएमओ, भेड़ाघाट नगर परिषद