56 गर्डर पर टिकी रहेगी फ्लाईओवर की रोटरी, 70 टन होगी भार क्षमता
जबलपुर. मदन महल चौराहा में फ्लाईओवर के पियर पर रोटरी की दोनों बीम तैयार हो चुकी हैं। अब उन्हें जोड़ने के लिए गर्डर की लोडिंग की जा रही है। रोटरी में 56 गर्डर लोड किए जाने हैं। जिनकी भार क्षमता 70 टन होगी। इससे भारी भरकम वाहन भी फ्लाईओवर की इस रोटरी से होकर गुजर सकेंगे। हाईटेक हाइड्रोलिक क्रेन व अन्य सपोर्टिंग मशीनों के जरिए गर्डर रोटरी में लोड किए जा रहे हैं। शहर में पहली बार फ्लाईओवर व हाईटेक मशीनों से निर्माण हो रहा है। इस कारण यह शहरवासियों की जिज्ञासा का केन्द्र भी बना हुआ है। गोलाकार इतनी बड़ी रोटरी का निर्माण पहली बार हो रहा है।
ऐसी होगी रोटरी
60 मीटर का बाहरी वृत्त
30 मीटर का आंतरिक वृत्त
15 मीटर का आवाजाही मार्ग
हैवी आयरन स्ट्रक्चर
तकनीकी विशेषज्ञों के अनुसार मदनमहल-दमोहनाका फ्लाईओवर का निर्माण आने वाले 50 साल की जरूरतों के मद्देनजर किया जा रहा है। ऐसे में मदनमहल चौराहा पर निर्माणाधीन रोटरी में हैवी आयरन स्ट्रक्चर का उपयोग किया जा रहा है।
सबसे बड़ी रोटरी
पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों के अनुसार मदनमहल-दमोहनाका फ्लाईओवर में मदनमहल चौराहे पर निर्माणाधीन रोटरी प्रदेश में अब तक बने सभी फ्लाईओवर से बड़ी होगी। जिसका आंतरिक वृत्त 30 मीटर का व बाहरी वृत्त 60 मीटर का है।
आवाजाही के लिए 15 मीटर का रास्ता
फ्लाईओवर की रोटरी में आवाजाही के लिए चौड़ा रास्ता भी होगा। रोटरी में 15 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माणहोगा। जिससे सड़कों में सामान्य रूप से बनने वाली चौड़ी रोटरी जितना ही आवाजाही मार्ग मिलेगा।
मदनमहल चौराहा पर फ्लाईओवर की रोटरी बीम में 56 गर्डर की लोडिंग होना है। इसके बाद रोटरी में आवाजाही मार्ग का निर्माण होगा।
- गोपाल गुप्ता, कार्यपालन यंत्री