बाहर से आवक में कमी
तिली, मूंगफली और नारियल से बनी गजक का स्वाद हर व्यक्ति लेना चाहता है। शहर में ग्वालियर, मुरैना आदि जगहों से गजक की आवक होती है। वहां इसका कच्चा माल आसानी से मिलता है। लेकिन, अब शहर में भी यह काम चलने लगा है। कुछ कारखानों में यह काम वर्षों से हो रहा है। लेकिन, अब इसकी पैकेजिंग पर ध्यान दिया है। आकर्षक पैकेंजिंग और लेवल के कारण ग्राहकों को यह लुभाने लगी है। इसलिए बाजार में जबलपुरी गजक की पकड़ मजबूत हो रही है।
शहर में बढ़ रहा काम
शहर में इस काम का विस्तार हो रहा है। गजक निर्माता एवं विक्रेता मोहित जैन ने बताया कि समय के हिसाब से इसमें परिवर्तन किए जा रहे हैं। नए स्वाद (फ्लेवर) और वेरायटी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। अब इसकी पैकेजिंग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसलिए महाकोशल के साथ कुछ बड़े शहरों में भी इसकी खपत बढ़ रही है। निर्माता एवं विक्रेता लकी गुप्ता ने बताया कि यह परम्परागत व्यवसाय है। कुछ महीनों के लिए यह चलता है।