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जबलपुर। मानसून की दस्तक के चार दिन बाद आसमान में काले बादल मंडराए, लेकिन हवा का साथ नहीं मिलने से देर तक बरस नहीं सके। बुधवार की भोर हुई तो शहर को काले मेघ ने घेर रखा था। उमड़-घुमड़ रहे बादलों ने सुबह कुछ देर बूंदबांदी भी की। सुबह 8 बजे के करीब तो ऐसा लगा कि बस अब मानसूनी झड़ी की शुरुआत हुई, लेकिन छिटपुट बारिश करके ही बादल रुठ गए। मंगलवार की रात से बुधवार सुबह के बीच 10.4 मिमी वर्षा दर्ज हुई। उसके बाद पूरे दिन हल्के बादलों की आवाजाही बनी रही। शहर को तर करने का इंतजार खत्म नहीं हुआ। काले बादलों के चलते पारा पांच डिग्री सी तक जरूर उतर गया। दोपहर में उमस ने बेचैन भी किया। शाम होते तक काले मेघों ने फिर डेरा जमा लिया। नमी भरी हवा आने से मौसम में कुछ शीतलता आयी और गर्मी से राहत मिली।
सामान्य से छह डिग्री नीचे पारा-
बादलों की ओट में सूरज के छिपे रहने से पारा नरम बना रहा। मंगलवार के मुकाबले बुधवार को अधिकतम तापमान में लगभग पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई। तापमान 30.7 डिग्री सेंटीग्रेट रेकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से छह डिग्री सी. नीचे बना रहा। न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सी. दर्ज हुआ। यह सामान्य से दो डिग्री सी. रेकॉर्ड हुआ। आद्र्रता सुबह के समय 93 प्रतिशत और शाम को 69 प्रतिशत थी। दक्षिण पश्चिमी हवा 5 किमी प्रतिघंटा की औसत गति से चली। सीजन में अब तक कुल 68.7 मिमी वर्षा हुई है। प्रदेश में दिन का सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 40 डिग्री सी. खरगौन और दतिया में दर्ज हुआ।
तीन सिस्टम सक्रिय, अभी चार दिन बारिश की उम्मीद-
मौसम विज्ञान केन्द्र में वैज्ञानिक सहायक देवेन्द्र कुमार तिवारी के अनुसार पूर्वी उत्तर प्रदेश और उससे लगे बिहार के ऊपर चक्रवात है। राजस्थान से लेकर उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक द्रोणिका बनी हुई है। पंजाब एवं हरियाणा के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना है। इन सिस्टम की सक्रियता से आने वाले चार से पांच दिन तक शहर सहित सम्भाग में अनेक स्थानों पर वर्षा होने का अनुमान है। कुछ जगह पर तेज हवा, गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं। जानकारों के अनुसार हवा का रुख अभी सही नहीं है। बादलों को हवा का साथ नहीं मिलने से शहर में अच्छी बारिश का इंतजार करना पड़ रहा है। हालांकि वर्तमान सिस्टम के कारण पूर्वी मप्र में अच्छी बारिश की सम्भावना जताई जा रही है।
Published on:
17 Jun 2021 01:03 pm
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