20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गजब! मप्र के अकेले इस शहर में हैं पांच हजार से ज्यादा कर्जदार… 20 करोड़ बकाया

कटनी में 5218 विजय माल्या! नहीं चुका रहे बैंकों का कर्ज, 20 करोड़ 76 लाख 95 हजार 693 रुपए बकाया वसूली में प्रशासन को छूट रहा पसीना

2 min read
Google source verification

image

Lali Kosta

Nov 01, 2016

vijay mallya

vijay mallya

कटनीबैंक से कर्ज लेकर न चुकाते हुए विदेश भाग जाने वाले विजय माल्या को कौन नहीं जानता। जानकर आश्चर्य होगा कि बैंकों से कर्ज लेकर समय पर न चुकाने वालों की संख्या जिले में भी कम नहीं है। यहां ऐसे कर्जदार सैकड़ों में नहीं बल्कि हजारों में है। इन लोगों ने बैंक से कर्ज तो समय पर पटाने के नाम लिया, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया कर्ज चुकाने में आनाकानी करने लगे। दिए गए ऋण की राशि वापस लेने के लिए बैंक प्रबंधन ने कई जतन किए जब सभी प्रयास विफल हो गए तो ऐसे कर्जदारों को आरआरसी (रेव्न्यू रिकव्हरी सर्टिफिकेट) की कैटेगरी में डाल दिया। आरआरसी जारी होने के बाद कर्जदारों की सूची जिला प्रशासन को भेज दी जाती है, ऐसे कर्जदारों से वसूली फिर तहसीलदार करते हैं। अप्रैल 2010 से मार्च 2016 के बीच जिले के सभी तहसील मिलाकर ऐसे कर्जदारों की संख्या 5218 है। इन पर 20 करोड़ 76 लाख 95 हजार 693 रुपए बकाया है।

वसूली पर प्रोत्साहन
बैंक से आरआरसी जारी होने के बाद सूची प्रशासन के पास पहुंचते ही संबंधित व्यक्ति को डिमांड नोट तहसीलदार द्वारा जारी किया जाता है। वसूली राशि का 5.5 प्रतिशत कमीशन प्रशासन को मिलता है। इसका 3 प्रतिशत चालान के माध्यम से राज्य कोषालय और शेष ढाई प्रतिशत में 1 प्रतिशत कार्यालय मरम्मत, 1 प्रतिशत तहसीलदार को प्रोत्साहन और आधा प्रतिशत राशि राज्य अंश में जमा कराई जाती है।

ये हैं जिले के माल्या
तहसीलसंख्याराशि
बड़वारा 30624102329
बहोरीबंद75911280241
बरही29320012597
ढीमरखेड़ा4059112687
मुड़वारा (कटनी)229784510064
रीठी65423928205
विजयराघवगढ़50434749571
....................................................................
(नोट: अप्रैल 2010 से मार्च 2016 तक 5218 पर 20 करोड़ 76 लाख 95 हजार 693 रुपए बकाया। संचालक वित्त संस्थाएं से जारी सूची के अनुसार। )

तहसीलदार करते हैं वसूली
एडीएम सुनंदा पंचभाई ने बताया कि बैंक से कर्ज लेकर न चुकाने वालों से तहसीलदार राशि वसूलते हैं। यह सरकार का धन है जिसका समय पर वसूली जरूरी होता है। राशि वसूली के बाद तहसीलदारों को प्रोत्साहन राशि भी मिलती है। वसूली के लिए उनके पास कुर्की का भी पॉवर है। जिले में 5 हजार से ज्यादा लोगों पर 20 करोड़ से ज्यादा की राशि बकाया है।

ये भी पढ़ें

image