
आईटी पार्क
जबलपुर . निजी आईटी कम्पनियों को बरगी हिल्स स्थित आईटी पार्क में काम करने के लिए पहले की तुलना में ज्यादा स्थान मिल सकेगा। इसके लिए दो टेक्नो पार्क बिल्डिंग की तर्ज पर निजी निवेशक यहां बहुमंजिला इमारतों का निर्माण कर रहे हैं। इनमें आईटी और सॉफ्टवेयर कम्पनियां अपने कार्यालय खोलने के साथ काम कर सकेंगी। बरगी हिल्स स्थित आईटी पार्क दो फेज में स्थापित प्रदेश के सबसे बड़े आईटी पार्क में शामिल है। शहर के साथ ही प्रदेश और देश के कई हिस्सों से आए निवेशक यहां इकाइयां लगा रहे हैं। अभी तक यहां मध्यम और वृहद स्तर के औद्योगिक शेड की स्थापना हो रही थी। अब निवेशक बहुमंजिला औद्योगिक इमारतें बना रहे हैं। ऐसे में आईटी पार्क का स्वरूप अलग नजर आएगा।
यहां फेज-2 में आठ-नौ मंजिला इमारतों का निर्माण होगा। इनमें आईटी और सॉफ्टवेयर से जुड़ी कम्पनियां काम करेंगी। एक कम्पनी में ड्रोन के सॉफ्टवेयर, ऑटोमेटेड सोलर प्लांट सहित अन्य प्रकार के आईटी प्रोडक्ट का निर्माण हो सकेगा। स्टार्टअप को भी अपना कार्यालय और बीपीओ कॉल सेंटर चलाने के लिए स्थान मिलेगा। इस तरह का चलन आईटी पार्क में बनी टेक्नोपार्क बिल्डिंग में है। वहां भी छोटे निवेशकों को को-वर्किंग प्लेस मिला है। इसे देखते हुए दूसरी टेक्नोपार्क बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। कमर्शियल उपयोग का प्रावधानआईटी पार्क में यह भी प्रावधान है कि निवेशक अपने 40 प्रतिशत भूखंड का उपयोग कमर्शियल गतिविधियों के लिए कर सकते हैं। इस लिहाज से इन इमारतों और दूसरी इंडस्ट्रीज में छोटे अस्पतालों, रेस्टॉरेंट, होटल आदि का निर्माण किया जा सकता है। कुछ निवेशकों ने इस दिशा में काम करना शुरू किया है। इंदौर के आईटी पार्क में मॉल तक खुल रहा है। वर्तमान में फेज-1 और फेज-2 में आईटी पार्क बना हुआ है। फेज-3 का निर्माण भी हो सकता है। इसके लिए 75 एकड़ जमीन का आवंटन प्रक्रिया में है। यदि यहां पर विकास होता है तो यह क्षेत्र मिनी इंडस्ट्रियल सिटी की तरह बन जाएगा।
Published on:
06 Apr 2023 05:58 pm
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