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फोटो नहीं लगाने पर बिफरे पंचायत प्रतिनिधि, दी यह चेतावनी

नरसिंहपुर पंचायत प्रतिनिधियों ने लगाए गंभीर आरोप, सदस्यों ने कहा- अधिकारी बने हिटलर

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neeraj mishra

Jan 17, 2017

Action Against Officers

Action Against Officers

जबलपुर। नरसिंहपुर जिला पंचायत सदस्य अपनी उपेक्षा से परेशान हो उठे हैं। सभी सदस्यों ने अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर असंतोष जाहिर करते हुए उन्हे हिटलर तक कह डाला। सभी सदस्यों ने एकस्वर से कहा कि जिला पंचायत के अधिकारी चुने हुए सदस्यों की उपेक्षा करते हुए अपनी मनमर्जी से सभी कार्यो को अंजाम दे रहे हैं। जनता ने हमें अपनी आवाज बनाकर सदन में तो भेज दिया है किंतु यहां उसी आवाज का गला घौंटा जा रहा है।


दे देंगे सामूहिक त्यागपत्र

जिला पंचायत सदस्य कलेक्टर आरआर भोंसले के समक्ष पहुंचे और अपनी समस्याएं साझा कीं। उन्होंने कलेक्टर को बताया कि बैठकों में हमारी समस्याएं व सुझाव को तो अधिकारी बेहद गौर से सुनते हैं किंतु उन्हें कभी भी धरातल पर क्रियान्वित नही किया जाता। मासिक बैठक में जो कार्य जिला पंचायत सदस्यों द्वारा बताये जाते हैं उनको प्रोसिडिंग में तोड़-मरोड़ कर लिखा जाता है और बाद में उन पर कोई भी अमल नही होता। सभी सदस्यों ने कलेक्टर को शिकायती पत्र देते हुए चेतावनी दी कि यदि प्रशासन व जिपं के अधिकारियों ने अपना ढर्रा नही बदला तो वे सामूहिक रूप से त्यागपत्र दे देंगे।

स्वास्थ्य विभाग की नही हुई बैठक

जिले को 26 जनवरी तक बाह्य शौच मुक्त करने के लक्ष्य पर भी सदस्यों ने सवाल उठाया। जिला पंचायत सदस्य दिग्विजय सिंह ने बताया कि कि सरपंच-सचिवों पर शौचालयों के निर्माण के लिए दवाब तो बनाया जा रहा है किंतु भुगतान के लिए उन्हें लटकाया जाता है। सरपंच-सचिव उधारी में गले तक गड़ चुके हैं। स्वास्थ्य व महिला बाल विकास समिति की सभापति राधा किलेदार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की आज तक कोई बैठक ही नही हुई।

अधिकारी कर रहे उपेक्षित

बैठक उपरांत कलेक्टर को सौंपे गये ज्ञापन में सभी सदस्यों ने कहा कि जिला पंचायत की विभिन्न समितियों की बैठकें 2 वर्ष में महज 1-2 बार ही हुई। संबंधित समितियों के अधिकारी-कर्मचारी सदस्यों के अनुमोदन के बगैर ही कार्य कर रहे हैं। इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ को भी अवगत कराया गया किंतु उन्होंने कभी कोई कार्रवाई नही की। जिपं के सदस्यों का कहना है कि ग्राम पंचायतों में सांसद निधि, विधायक निधि, पंचपरमेश्वर की जो राशि जारी की गयी उसकी सूची किसी भी जिला पंचायत सदस्य को उपलब्ध नही करायी गयी। वहीं ओडीएफ कार्यक्रम के तहत होने वाले कार्यो में भी जिपं सदस्यों की उपेक्षा की गयी। जिला पंचायत द्वारा प्रचार-प्रसार के लिए जो होर्डिंग्स लगाये जाते हैं उनमें किसी भी सदस्य की फोटो नही दी जाती। इधर कलेक्टर डॉ. आरआर भौंसले ने कहा कि पहली बार सदस्यों की शिकायतें मेरे संज्ञान में आयीं हैं। सदस्यों की शिकायतों व समस्याओं को दूर करने को कहा है।

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