छोटे स्टेशन के यात्री परेशान
शहर से अभी एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों का ही संचालन हो रहा है। छोटे स्टेशन से इनका ठहराव नहीं है। आरक्षित टिकट लेकर ही यात्रा करना अनिवार्य है। इससे आसपास के छोटे कस्बे और गांवों के लोग परेशान हैं। कटनी-भुसावल, सतना-इटारसी, जबलपुर-नैनपुर-चिरईडोंगरी पैसेंजर ट्रेनें नहीं चलने से कई गांव रेल सम्पर्क से कट गए हैं। अन्य विकल्प महंगे होने से यात्रियों की शहर तक आवाजाही कठिन हो गई है।
होली के पहले मिल सकती है सुविधा
दक्षिण पूर्व-मध्य रेल का जबलपुर-नैनपुर के बीच बंद की गई पैसेंजर टे्रनों की जगह मेमू चलाने का प्रस्ताव है। इसके लिए मेमू का रैक पिछले साल से नैनपुर स्टेशन पर आकर खड़ा है। दपूमरे अपने तीनों रेल मंडल में छह माह पहले ही मेमू ट्रेन का संचालन प्रारम्भ कर चुका है। पमरे के साथ सहमति बनते ही नैनपुर-जबलपुर के बीच मेमू ट्रेन शुरू हो सकती है। रेलवे बोर्ड के प्लेटफॉर्म टिकट बेचने, रिटायरिंग रूम खोलने और जनरल टिकट के लिए एवीटीएम शुरू करने के सभी रेल जोन को दिए गए निर्देश को सभी ट्रेनों को बहाल करने की तैयारी माना जा रहा है। यदि सब ठीक रहा और कोरोना बेकाबू नहीं हुआ तो होली से पहले मेमू और पैसेंजर ट्रेन की सुविधा मिल सकती है।