बताया जाता है गांव के बीच में इमली के झाड़ में एक अजगर ने डेरा डाल रखा था। गांव के लोगों ने अपने स्तर पर पर अजगर को भगाने के प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिली। वन विभाग को सूचना दी गई। लेकिन गुरुवार की देर शाम के कारण रेस्क्यू संभव नहीं था। शुक्रवार को वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू शुरू किया गया। झाड़ पर चढ़े अजगर को पकड़ने में करीब ढाई घंटे की मशक्कत करनी पड़ी।
बांस से गिराने की कोशिश, चढ़ना पड़ा झाड पर
वन विभाग की और से रेस्क्यू प्र्रभारी गुलाब सिंह के नेतृत्व में शनि अहिरवार, रत्नेश आठया सर्प मित्र की मदद से रेस्क्यू शुरू किया गया। इमली की झाड़ पर बैठे अजगर को पहले तो लंबे बांस से नीचे गिराने की कोशिश की गई लेकिन अजगर टस से मस नहीं हुआ। थक हारकर रेस्क्यू दल के कर्मी को झाड़ पर चढ़ाया गया। डगालों को काटकर बड़ी मुश्किल से अजगर को पकड़ा गया। इस दौरान गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गई। अजगर को पकड़कर जंगल में छोड़ा गया। इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
बंदर को कुत्तों ने घेरकर किया हमला
घमापुर क्षेत्र में झाड़ से अठखेलिया करते हुआ एक बंदर जमीन पर गिर गया। इस दौरान झाड़ के नीचे जमे आवारा कुत्तों ने बंदर को घेर लिया। कुत्तों ने हमला करते हुए बंदर को बुरी तरह जख्मी कर दिया। आसपास से गुजर रहे लोगों ने कुत्तों को भगाया और वन विभाग को सूचना दी। बंदर के हाथ पैर और पीठ पर कुत्तो ने काट खाया। घायल बंदर को दोपहर वेटरनरी अस्पताल इलाज के लिए ले जाकर भर्ती कराया गया।